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दीपावली पर्व में मचेगी धूम, हर घर जलेंगे दीपक, हर व्यक्ति के जीवन से अंधकार को मिटाकर प्रकाश की ओर लेकर जाएंगी दीपावली

 दीपावली पर्व में मचेगी धूम, हर घर जलेंगे दीपक, हर व्यक्ति के जीवन से अंधकार को मिटाकर प्रकाश की ओर लेकर जाएंगी दीपावली  ढीमरखेड़ा | दीपावली का पर्व, जिसे दिवाली भी कहा जाता है, हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है। यह पर्व न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में मनाया जाता है, जहां भी भारतीय संस्कृति और सभ्यता का प्रभाव है। यह पर्व मुख्यतः अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। दिवाली का त्यौहार कई धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कारणों से महत्वपूर्ण है। यह पर्व हमें हमारे पारंपरिक मूल्यों, संस्कृति और समाज की असलियत से जोड़ता है, जो हमें अच्छाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। दिवाली का पर्व मुख्यतः भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि चौदह वर्षों का वनवास और रावण का वध करके जब भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या लौटे, तो अयोध्यावासियों ने उनका स्वागत दीप जलाकर किया। इसी खुशी को हर वर्ष दीपावली के रूप में मनाया जाता है। इसके अलावा, यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण द्वारा नरकासुर का वध क

खरी - अखरी सवाल उठाते हैं पालकी नहीं पेंशनर्स निराश और नाराज - मुख्यमंत्री तत्काल घोषित करें मंहगाई राहत का आदेश

 खरी - अखरी सवाल उठाते हैं पालकी नहीं पेंशनर्स निराश और नाराज - मुख्यमंत्री तत्काल घोषित करें मंहगाई राहत का आदेश *मध्यप्रदेश के पेंशनर्स एसोसिएशनों का मानना है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने साबित कर दिया है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की माफिक उनकी नजर में भी पेंशनर्स की कोई अहमियत नहीं है। गत दिवस मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सरकारी अधिकारियों - कर्मचारियों को जनवरी 2024 से 4 फीसदी मंहगाई भत्ता देने का ऐलान किया है जिसे दीवाली तोहफे की तरह पेश किया जा रहा है। जबकि कर्मचारी संगठन (रेगुलर - पेंशनर्स) महीनों पहले से 4 फीसदी मंहगाई भत्ता और मंहगाई राहत बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इसी बीच केंद्रीय सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को जुलाई 2024 से 3 फीसदी मंहगाई भत्ते और मंहगाई राहत दिये जाने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसका मतलब यह है कि मध्यप्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनर्स को 7 फीसदी मंहगाई भत्ता और मंहगाई राहत दिये जाने का आदेश जारी किया जाना चाहिए था जो नहीं किया गया है। अब एक बार फिर कर्मचारी संगठन सरकार के आगे 3 फीसदी के लिए गिडगिडायेंगे।* *खास बात यह है कि मुख्यमंत्री मोहन

पुलिस कर्मचारी अवध दुबे जीता जागता बब्बर शेर, जिसके चलते ही अनेकों अपराधी कांपते हैं, जहां - जहां पदस्थ रहे अवध दुबे अपराधियों को छोड़ा नहीं, किया ऐसी कार्यवाही कि आज भी याद करते हैं अपराधी अवध दुबे को

 पुलिस कर्मचारी अवध दुबे जीता जागता बब्बर शेर, जिसके चलते ही अनेकों अपराधी कांपते हैं, जहां - जहां पदस्थ रहे अवध दुबे अपराधियों को छोड़ा नहीं, किया ऐसी कार्यवाही कि आज भी याद करते हैं अपराधी अवध दुबे को  ढीमरखेड़ा | अवध दुबे, एक पुलिस कर्मचारी, अपने साहस, निष्ठा और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी छवि एक ऐसे अधिकारी की है, जो कभी भी किसी भी तरह के अपराध को बर्दाश्त नहीं करते हैं। पुलिस बल में उनके कार्यों ने उन्हें एक अद्वितीय पहचान दिलाई है, और उनकी उपस्थिति मात्र से अपराधी थर-थर कांपने लगते हैं। अवध दुबे ने जिस भी थाने में अपनी सेवाएँ दी हैं, वहां अपराध की दर में न केवल गिरावट आई है, बल्कि आम लोगों में सुरक्षा की भावना भी बढ़ी है।अवध दुबे का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था, जहाँ से उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत की। बचपन से ही उनमें न्याय और ईमानदारी के प्रति एक विशेष प्रकार का झुकाव था। उन्होंने अपने स्कूल और कॉलेज की शिक्षा पूरी करने के बाद पुलिस सेवा में भर्ती होने का निर्णय लिया। उनके जीवन का यह फैसला उनके परिवार और समाज के प्रति उनके दायित्व को महसूस कर

जनपद अध्यक्ष सुनीता संतोष दुबे ने लिखा पत्र, पचपेढ़ी, पकरिया खेल मैदान को उमरियापान खेल मैदान में संलग्न करने पर उठे विरोध के स्वर ग्राम पंचायत पचपेढ़ी ने एसडीएम के समक्ष लगाई आपत्ति , ग्रामीणों में भी खासी नाराजगी

 जनपद अध्यक्ष सुनीता संतोष दुबे ने लिखा पत्र, पचपेढ़ी, पकरिया खेल मैदान को उमरियापान खेल मैदान में संलग्न करने पर उठे विरोध के स्वर ग्राम पंचायत पचपेढ़ी ने एसडीएम के समक्ष लगाई आपत्ति , ग्रामीणों में भी खासी नाराजगी ढीमरखेड़ा |  उमरियापान खेल मैदान से जुड़ा विवाद और इसका स्थानीय स्तर पर व्यापक विरोध, पचपेढ़ी के ग्रामीणों में खेल मैदान को लेकर गहरी नाराजगी को दर्शाता है। प्रशासन द्वारा अंधेलीबाग में अस्पताल निर्माण की योजना और पकरिया खेल मैदान को उमरियापान खेल मैदान में संलग्न करने के प्रस्ताव ने ग्रामीणों और क्रिकेट प्रेमियों के बीच असंतोष को जन्म दिया है। इस प्रस्ताव का विरोध विशेष रूप से ग्राम पंचायत पचपेढ़ी द्वारा अनुविभागीय अधिकारी ढीमरखेड़ा के समक्ष किया गया है। इसमें जनपद अध्यक्ष सुनीता संतोष दुबे का भी समर्थन प्राप्त है, जिन्होंने अलग से पत्र भेजकर इस मामले में आपत्ति दर्ज की है। *खेल मैदान के महत्व और इसके लिए उठे विरोध के स्वर* पचपेढ़ी ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाला पकरिया खेल मैदान कई गांवों के लिए खेल गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ हर वर्ष क्रिकेट ट्रॉफी का आयोज

श्रमजीवी पत्रकार संघ ढीमरखेड़ा इकाई ने क्षेत्रीय सांसद हिमाद्री सिंह से पत्र के माध्यम से किया पत्रकार भवन की मांग, पत्रकारों को विश्वास कि हिमाद्री सिंह पत्रकार भवन को लेकर करेगी अपना ध्यान आकर्षित

 श्रमजीवी पत्रकार संघ ढीमरखेड़ा इकाई ने क्षेत्रीय सांसद हिमाद्री सिंह से पत्र के माध्यम से किया पत्रकार भवन की मांग, पत्रकारों को विश्वास कि हिमाद्री सिंह पत्रकार भवन को लेकर करेगी अपना ध्यान आकर्षित  ढीमरखेड़ा | ढीमरखेड़ा क्षेत्र के पत्रकारों के लिए एक पत्रकार भवन का निर्माण अत्यंत आवश्यक है, और इसे लेकर श्रमजीवी पत्रकार संघ ढीमरखेड़ा इकाई ने क्षेत्रीय सांसद हिमाद्री सिंह का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है। पत्रकार भवन की मांग का समर्थन करते हुए यह कहा जा सकता है कि यह भवन न केवल पत्रकारों के कार्यस्थल की जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि उन्हें एक ऐसा मंच प्रदान करेगा जहाँ वे अपने विचारों को साझा कर सकेंगे और सामूहिक रूप से अपने पेशे के उत्थान के लिए काम कर सकेंगे। ढीमरखेड़ा जैसे ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत पत्रकार अक्सर विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करते हैं। उन्हें संवाद, चर्चा और मीटिंग्स के लिए एक स्थान की कमी रहती है, जिससे उनके कार्य की गुणवत्ता पर भी प्रभाव पड़ता है। पत्रकार भवन का निर्माण एक ऐसा स्थान प्रदान करेगा जहाँ वे स्वतंत्र रूप से बैठकें कर सकते हैं, अपने विचार साझा कर सक

पूंजीपतियो ने राजनीति को खरीद रखा हैं, आर्थिक स्थिति से कमजोर लोग राजनीति में कर रहे गुलामी, जितनी मेहनत वो दूसरो के लिए कर रहे हैं अगर वो उतनी मेहनत अपने लिए कर ले तो वो खुद पूंजीपती हों जाएंगे, छत छीनकर कंबल दान करने की कला को ही राजनीति कहते हैं

 पूंजीपतियो ने राजनीति को खरीद रखा हैं, आर्थिक स्थिति से कमजोर लोग राजनीति में कर रहे गुलामी, जितनी मेहनत वो दूसरो के लिए कर रहे हैं अगर वो उतनी मेहनत अपने लिए कर ले तो वो खुद पूंजीपती हों जाएंगे, छत छीनकर कंबल दान करने की कला को ही राजनीति कहते हैं   ढीमरखेड़ा | आज राजनीति का स्वरूप तेजी से बदल रहा है, और यह बात स्पष्ट होती जा रही है कि पूंजीपतियों ने राजनीति पर अपना प्रभुत्व जमा लिया है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग इस स्थिति का शिकार बनते हुए खुद को राजनीतिक गुलामी की स्थिति में पा रहे हैं। जो मेहनत ये लोग दूसरों के लिए करते हैं, अगर वही अपने विकास के लिए करें तो वे भी एक सशक्त और समर्थ वर्ग के रूप में उभर सकते हैं। आज के दौर में पूंजीपतियों का राजनीतिक पार्टियों में आर्थिक समर्थन बहुत प्रभावशाली बन गया है। वे अपनी आर्थिक ताकत के बल पर न केवल नीतियों और योजनाओं को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि अपने हितों को साधने के लिए नेताओं को अपनी उंगलियों पर नचाने का काम कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, राजनीति का मकसद अब जनता की भलाई की जगह पूंजीपतियों के हितों की रक्षा बन गया है। *आर्थिक रूप से

एक ही खेल मैदान पूरे उमरियापान में वह भी सुरक्षित नहीं हॉस्पिटल बनने की तैयारी में खेल प्रेमियों में देखी जा रही हैं निराशा

 एक ही खेल मैदान पूरे उमरियापान में वह भी सुरक्षित नहीं हॉस्पिटल बनने की तैयारी में खेल प्रेमियों में देखी जा रही हैं निराशा  ढीमरखेड़ा |  उमरियापान का अधेली बाग खेल मैदान ढीमरखेड़ा और समूचे क्षेत्र के खेल प्रेमियों के लिए एक महत्त्वपूर्ण स्थल है, जो वर्षों से क्रिकेट और अन्य खेल गतिविधियों के लिए एक मंच प्रदान करता आ रहा है। इस मैदान से जुड़ी भावनाएँ और इसके ऐतिहासिक योगदान इस क्षेत्र के विकास में अभूतपूर्व हैं। हाल ही में यहां अस्पताल निर्माण की योजना ने खेल प्रेमियों के बीच निराशा पैदा की है, क्योंकि यह मैदान अब तक खेल गतिविधियों के केंद्र के रूप में काम करता रहा है। अधेली बाग खेल मैदान की नींव पूर्व राज्य सभा सदस्य शिवप्रसाद चमपुरिया द्वारा रखी गई थी। इस मैदान का निर्माण खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा गया था, क्योंकि यह उमरियापान जैसे छोटे से कस्बे में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। मैदान के विकास की दिशा में कई प्रमुख नेताओं ने अपना योगदान दिया, जिनमें पूर्व मंत्री श्रावण भाई पटेल ने मैदान की तीन तरफ की बाउंड्री का निर्माण करवाया।