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तीन मौतों का जिम्मेदार कौन? सफेद पोश खनन माफिया का नाम आ रहा सामने, कार्यवाही के नाम पर क्या चल रही लीपापोती की तैयारियां

 तीन मौतों का जिम्मेदार कौन? सफेद पोश खनन माफिया का नाम आ रहा सामने, कार्यवाही के नाम पर क्या चल रही लीपापोती की तैयारियां सिहोरा। एक तरफ जहाँ प्रदेश के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव प्रदेश में अवैध उत्खनन को लेकर सख्त रवैया अपनाने शासन - प्रशासन को कार्यवाही के लिए खुली छूट दे दी है। तो वहीं दूसरी तरफ जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील अंतर्गत सिहोरा, खितौला, मझगवां, गोसलपुर में सक्रिय खनन माफियाओं द्वारा जमकर धड़ल्ले से अवैध उत्खनन किया जा रहा है और कार्यवाही के नाम पर शासन - प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है लिहाज़ा जिससे अवैध उत्खनन करने वाले सफेद पोश माफिया के हौसले बुलंद होते नजर जा रहे है। इस सफेद पोश माफिया का नाम पूर्व से लगातार सिहोरा, खितौला, मझगवां, गोसलपुर क्षेत्र में अवैध उत्खनन के लिए हमेशा सामने आता रहा है और अनेकों बार शासन - प्रशासन तक इसकी खबर भी रही है। परंतु शासन - प्रशासन कार्यवाही के नाम पर मौन धारण कर लेता रहा जिसके चलते इस अवैध खनन माफ़िया के हौसले बुलंद होते गए,  और नगर में चर्चा है, कि इन्हीं बुलंद हौसलों और शासन - प्रशासन के ढुलमुल रवैये के चलते तीन जिंदगियां चली गई।  *मझगवां

गठबंधन की सरकार चलाना मतलब दोधारी तलवार पर चलना

 *खरी - अखरी*  *गठबंधन की सरकार चलाना मतलब दोधारी तलवार पर चलना* *मोदी में है क्या अटल जैसा बुध्दि - विवेक ?* *18वीं लोकसभा के चुनाव परिणाम आ गये हैं । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परम्परानुसार राष्ट्रपति को इस्तीफा भी सौंप दिया है। राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। नई  सरकार गठन के लिए रास्ता साफ हो गया है। चुनाव परिणाम बताते हैं कि किसी भी पार्टी को अपने बूते सरकार बनाने का जनादेश नहीं मिला है। भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है उसके बाद कांग्रेस पार्टी का नम्बर आता है। पिछले दो चुनावों (2014,2019) में भारतीय जनता पार्टी को अपने बूते सरकार बनाने का जनादेश मिला था और नरेन्द्र मोदी की अगुआई में सरकार भी चलाई गई है। 20 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी की अगुआई वाली मिलीजुली सरकार के बाद पहली बार भाजपा को फिर से मिलीजुली सरकार बनाने का मौका मिलने जा रहा है।* *मगर तब के नेतृत्व और परिस्थितियों से आज की परिस्थितियां और नेतृत्व में जमीन आसमान का फर्क है। जहां अटल बिहारी वाजपेयी को विपक्षी भी मान सम्मान देते थे वहीं आज नरेन्द्र मोदी को वह सम्मान नहीं मिल रहा है। जहां

दस साल बाद संसद में मजबूत विपक्ष की एंट्री

 *खरी - अखरी*  *दस साल बाद संसद में मजबूत विपक्ष की एंट्री* *18वीं लोकसभा परिणाम पर इस तरह से भी त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सकती है। नरेन्द्र मोदी के 400 पार अतिआत्मविश्वासी नारे के हस्श्र ने 20 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के शाइनिंग इंडिया के नतीजे की यादें ताजा कर दी। ढाई सैकड़ा से भी कम सीटों पर भाजपा को सिमटा देने के लिए भाजपाईयों द्वारा 400 पार के बाद संविधान बदलने का दिया गया स्टेटमेंट भाजपा को भारी पड़ा। देश के मतदाताओं ने किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत ना देकर बता दिया है कि फरेब, झूठ, मक्कारी, जुमलेबाजी, पाखंड के लिए कोई जगह नहीं है। पार्टी विस्तार और सत्ता हवस पूरी करने के लिए दूसरे दलों के भृष्टतम नेताओं की एंट्री के साथ ही पितृपुरुष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से परहेज, स्वयंसेवकों की बेरुखी तथा नरेन्द्र मोदी के अधिनायकवादी चेहरे ने भाजपा को अबकी बार नैया पार के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान लगातार "म" और "मैं" का उपयोग, ऊपर से स्तरहीन भाषा भाजपा को दूर करती गई मतदाताओं से। मोदी के रास्ते कांटे बिछ

मोदी परस्त गोदी मीडिया तो चक्की उड़ने पर उतारू !

 *खरी - अखरी*  मोदी परस्त गोदी मीडिया तो चक्की उड़ने पर उतारू ! *2024 के आम चुनाव का ऊबाऊ दौर 01 जून को सातवें चरण की वोटिंग के साथ ही समाप्त हो गया। मतदान के दौरान चुनाव आयोग और उसकी ऐजेंसी के कारिंदों ने क्या - क्या गुल खिलाये हैं इसका खुलासा 04 जून को ईवीएम का पिटारा खुलते ही सामने आने लगेगा। 01 जून को मतदान समाप्त होने की समय सीमा शाम 6 खत्म होते हैं ठीक आधे घंटे बाद गोदी मीडिया ने जीत - हार के पूर्व निर्धारित आंकडों वाले एग्जिट पोल (संभावित आंकड़े) को प्रसारित - प्रचारित करना शुरू कर दिया। जिसमें जैसा कि पहले से ही जनता को पता था कि गोदी मीडिया नरेन्द्र मोदी और उसके एलायंस की तीसरी बार बड़े मार्जिन के साथ सत्ता में वापसी करता हुआ बतायेगा और वही उसने बताना शुरू कर दिया है। देश में स्ट्रीम मीडिया के अलावा सोशल मीडिया भी है, उसने भी अपने संभावित आंकड़ों को जारी किया है जो स्ट्रीम मीडिया से मेल नहीं खाते हैं।* *एग्जैक्ट पोल (वास्तविक आंकड़े) तो 4 जून को आयेंगे कि हकीकत में कौन  सी पार्टी देश में राज करेगी। मगर स्ट्रीम मीडिया और सोशल मीडिया ने जिस तरह से एक - दूसरे से उलट संभावित आंकड़

रीठी क्षेत्र में गांव-गांव बिक रही अवैध शराब, जिम्मेदार खामोश, आखिरकार कैसे पहुंच रही गांवों में शराब, खराब हो रहा क्षेत्र का माहौल

 रीठी क्षेत्र में गांव-गांव बिक रही अवैध शराब, जिम्मेदार खामोश, आखिरकार कैसे पहुंच रही गांवों में शराब, खराब हो रहा क्षेत्र का माहौल  *कटनी, रीठी।।* रीठी के ग्रामीण अंचलों में अवैध पैकारियां संचालित हो रही हैं। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि आखिरकार किस अधिकारी ने गांव-गांव शराब बेचने के आदेश दे दिए। जबकि मुख्यालय में लाइसेंसी देशी व अंग्रेजी शराब की दुकानें संचालित हैं। बावजूद इसके गांव-गांव में गली-गली अवैध शराब की पैकारियां संचालित की जा रही हैं। जिससे गांवों का माहौल भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। ग्राम महिलाएं व युवतियां सड़क पर नहीं निकल पा रही हैं। खास बात तो यह है कि अधिकारियों को इसकी जानकारी होने के बावजूद किसी भी प्रकार की कोई मुहिम नहीं चलाई जा रही है। जिसका जीता जागता उदाहरण बीते दिनों गांव में अवैध शराब की बिक्री बंद कराने बड़ी संख्या में रीठी जनपद की ग्राम पंचायत देवरी कला के रहवासी छोटू विश्वकर्मा, शुभम सिंह, नरेश राय, सोनू, सुनीता राय, राजेंद्र बर्मन, जितेन्द्र कुमार सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शिकायत लेकर रीठी थाने पहुंचे थे। बावजूद इसके क्षेत्र में खुलेआम यह अवैध कारोबार

सरगनाओं ने रखा दो करोड़ का ऑफर, राजनैतिक आकाओं के दरबार में कलेक्टर- एसपी का तबादला कराने मुंह मांगी रकम देने तैयार शिक्षा माफिया ! शहर के इतिहास में पहली बार स्कूल शिक्षा माफिया की काली करतूतों और अभिभावकों को लूटकर बेहसाब काली कमाई का भंडाफोड़ कर लगभग देश भर में चर्चा का विषय बन चुके कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस कप्तान आदित्य प्रताप सिंह का तबादला करवाकर काली कमाई का अंधेरा कायम रखने के लिए शिक्षा माफिया के मास्टरमाइंड और गैंग सरगनाओं ने अपने प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं।

 सरगनाओं ने रखा दो करोड़ का ऑफर, राजनैतिक आकाओं के दरबार में कलेक्टर- एसपी का तबादला कराने मुंह मांगी रकम देने तैयार शिक्षा माफिया ! शहर के इतिहास में पहली बार स्कूल शिक्षा माफिया की काली करतूतों और अभिभावकों को लूटकर बेहसाब काली कमाई का भंडाफोड़ कर लगभग देश भर में चर्चा का विषय बन चुके कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस कप्तान आदित्य प्रताप सिंह का तबादला करवाकर काली कमाई का अंधेरा कायम रखने के लिए शिक्षा माफिया के मास्टरमाइंड और गैंग सरगनाओं ने अपने प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं।  जबलपुर । सूत्रों के हवाले से यह बेहद चौकाने वाली खबर सामने आई है कि वर्षों से जिला, पुलिस और शिक्षा विभाग सहित पहुंच पकड़ वाले नेताओं को अपनी जेब में रखकर लूट के कारोबार पर मीडिया और अभिभावकों की आवाज दबाते आए शिक्षा के सौदागर कलेक्टर सक्सेना, कप्तान सिंह का सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो करें या कराए और सीधे रकम ले जाए जबलपुर से तबादला करवाने अपने आकाओं से गुहार लगा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस काम के लिए अभी तक दो करोड़ रुपए तक का ऑफर भी दिया जा चुका है और इसके लिए दिल्ली-भोपाल तक दौड़ भाग करने गिरोह के

नमामि गंगे परियोजना अंतर्गत जिला स्‍तरीय समीक्षा बैठक में सीईओ जिला पंचायत द्वारा दिये गये निर्देश

 नमामि गंगे परियोजना अंतर्गत जिला स्‍तरीय समीक्षा बैठक में सीईओ जिला पंचायत द्वारा दिये गये निर्देश ढीमरखेड़ा | पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के निर्देशानुसार नमामि गंगे परियोजना अंतर्गत 05 जून से 16 जून तक चल रहे विशेष अभियान के संबंध में आज दिनांक 31.05. 2024 को मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शिशिर गेमावत द्वारा बैठक में जिले की समस्‍त ग्राम पंचायतों में नदी, तालाबों, कुओं, बावड़ी तथा अन्‍य जल स्‍त्रोतों के संरक्षण एवं पुर्नजीवन तथा जल संरक्षण तथा संवर्धन के अपूर्ण कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करावें तथा कपिलधारा कूप, खेत तालाब सामुदायिक तालाब, मनरेगा अंतर्गत 05 वर्षो या उससे अधिक पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार / गहरीकरण का कार्य कराये जाने के निर्देश दिये गये एवं अभियान के रूप में शामिल कर कार्य कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया । कैचमेंट क्षेत्र में अवरोध का चिन्‍हांकन कर उपस्थित अवरोधों अतिक्रमण को हटा कर फीडर चैनल बनाकर पानी की आवक में वृद्धि किये जाने और पानी का रिसाव रोकने के लिये पडल तथा आवश्‍यक हर्टिंग कार्य कराये जाने के निर्देश दिये । पूर्व में निर्मित तालाब