गोपालपुर में भव्य भागवत कथा एवं श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह उत्सव, भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की विशेष उपस्थिति, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर जिस तरह का किया विकास उसके हिसाब से बैनर में मिला स्थान, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की नज़र विकास को लेकर उमरियापान और सिलौड़ी की ओर
गोपालपुर में भव्य भागवत कथा एवं श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह उत्सव, भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की विशेष उपस्थिति, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर जिस तरह का किया विकास उसके हिसाब से बैनर में मिला स्थान, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की नज़र विकास को लेकर उमरियापान और सिलौड़ी की ओर
ढीमरखेड़ा | मध्यप्रदेश के कटनी जिले के ढीमरखेड़ा क्षेत्र में धार्मिक आस्था का अनुपम संगम देखने को मिला, जब गोपालपुर और लालपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतर्गत भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रहे और कथा श्रवण किया।
*योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर का विकास कार्यों में योगदान और धार्मिक आस्था*
योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर ढीमरखेड़ा क्षेत्र में सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में निरंतर योगदान देते आ रहे हैं। उन्होंने अपनी कार्यशैली और जनसेवा के कारण क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। यही कारण है कि उनके किए गए विकास कार्यों के अनुरूप उन्हें बैनर में विशेष स्थान दिया गया।
*योगेंद्र सिंह की विकास यात्रा*
योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर ने ढीमरखेड़ा के साथ-साथ उमरियापान और सिलौड़ी क्षेत्र के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उनकी दृष्टि हमेशा क्षेत्र की बेहतरी पर केंद्रित रही है। उन्होंने सड़क निर्माण, शिक्षा व्यवस्था में सुधार, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। क्षेत्र में उनकी सक्रियता और योगदान को देखते हुए वे जनप्रिय नेता के रूप में उभरे हैं।
*श्रीमद्भागवत कथा का पावन आयोजन*
गोपालपुर और लालपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में सैकड़ों श्रद्धालु हर दिन कथा श्रवण करने आ रहे हैं। कथा के दौरान कथावाचक ने भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह प्रसंग का वर्णन किया, जिसमें बताया गया कि कैसे भगवान श्रीकृष्ण ने रुक्मिणी का हरण कर उनसे विवाह किया।
*भगवान श्रीकृष्ण के 16,008 विवाह का वर्णन*
कथावाचक ने इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के 16,008 विवाहों की कथा भी सुनाई, जिसमें बताया गया कि कैसे भगवान ने नरकासुर के बंदीगृह में कैद 16,000 कन्याओं का उद्धार कर उन्हें सम्मान प्रदान किया और उनसे विवाह कर समाज में उन्हें प्रतिष्ठा दिलाई।
*भव्य झांकी एवं भगवान की बारात*
कथा के अंतर्गत भगवान श्रीकृष्ण की बारात धूमधाम से निकाली गई। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से झूमते हुए भगवान की बारात में नृत्य किया। यज्ञ समिति के अध्यक्ष मोहन बागरी, प्रवीण तिवारी, कोढ़ी, शिवकुमार रजक, डुमारी लाल साहू एवं जनपद सदस्य निरंजन खटीक ने बारात का भव्य स्वागत किया।
*भगवान कृष्ण-रुक्मिणी का पूजन-अर्चन*
भगवान कृष्ण-रुक्मिणी विवाह के अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने पूजन-अर्चन किया, जिनमें सरपंच मोहन मीना बागरी, सरपंच खम्हरिया बागरी अनिल सिंह बागरी, गोपालपुर सरपंच अर्चना प्रवीण तिवारी, उदय सिंह बागरी, नरेंद्र बागरी, सोहन बागरी प्रमुख रहे।
*कथा आयोजन में विशिष्ट उपस्थितियाँ*
इस धार्मिक आयोजन में कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें प्रमुख रूप से सुशील तिवारी पंडा, सचिव शंकर लाल साहू, लखन बागरी सचिव, मनोज साहू, मदन बाजपेई, राजकुमार तिवारी उपस्थित रहे।
*भगवान श्रीकृष्ण के विवाह प्रसंग की विशेषताएँ*
भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी का विवाह हिंदू धर्म की प्रमुख कथाओं में से एक है। इस कथा में बताया गया कि रुक्मिणी के भाई रुक्मी उनका विवाह शिशुपाल से कराना चाहते थे, लेकिन रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण को पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताई। भगवान श्रीकृष्ण ने रथ पर सवार होकर रुक्मिणी का हरण किया और उनसे विवाह किया। यह प्रसंग भक्ति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
*ढीमरखेड़ा में धार्मिक आयोजनों का बढ़ता प्रभाव*
ढीमरखेड़ा क्षेत्र में धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का महत्व लगातार बढ़ रहा है। इस प्रकार के आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और युवाओं में धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
*भक्ति और उत्साह का संगम*
भागवत कथा के दौरान भक्तों में अपार उत्साह देखा गया। भगवान श्रीकृष्ण की झांकी में नाचते-गाते श्रद्धालु भक्ति रस में सराबोर नजर आए। पूरा वातावरण "हरे कृष्ण हरे राम" के जयकारों से गूंज उठा।
*भविष्य में और भी भव्य आयोजन की योजना*
इस आयोजन की सफलता को देखते हुए समिति ने भविष्य में और भी बड़े धार्मिक आयोजनों की योजना बनाई है। इससे न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा मिलेगा बल्कि समाज में आध्यात्मिकता का भी प्रसार होगा।भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह उत्सव का यह आयोजन ढीमरखेड़ा क्षेत्र में भक्ति और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक बना। भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की इस धार्मिक आयोजन में विशेष उपस्थिति से यह स्पष्ट होता है कि वे क्षेत्र के विकास के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को भी प्राथमिकता देते हैं। इस भव्य आयोजन ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति प्रदान की और पूरे क्षेत्र को भक्तिमय माहौल में डूबो दिया।
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