विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" का किया गया आयोजन, महिलाओं को शिक्षित करने की जरूरत ताकि इनका भविष्य रहे सुरक्षित
विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" का किया गया आयोजन, महिलाओं को शिक्षित करने की जरूरत ताकि इनका भविष्य रहे सुरक्षित
कटनी | दिनांक 5 मार्च 2025 को विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" धूमधाम से मनाया गया, जिसमें नाबार्ड के सहयोग से रीठी फसल एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी) द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों को समझाना और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना था। कार्यक्रम में पीएम इंटर्नशिप योजना और ग्रामीण जागरूकता पर विस्तृत जानकारी दी गई, साथ ही महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए किया जाता है। इस दिन का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह महिलाओं के संघर्ष और उनके अधिकारों की प्राप्ति के लिए एक प्रेरणा का काम करता है। विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को जागरूक करना और उन्हें अपनी भूमिका और अधिकारों के प्रति जागरूक करना था। इस आयोजन का मुख्य फोकस "पीएम इंटर्नशिप योजना एवं ग्रामीण जागरूकता" था, जो महिलाओं के लिए रोजगार और सशक्तिकरण का अवसर प्रदान करता है।
*मुख्य अतिथियों का स्वागत*
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नाबार्ड डीडीएम डॉ. विकास कुमार जैन थे, जिन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए नाबार्ड द्वारा किए जा रहे प्रयासों को साझा किया। कृषि विभाग के डीडीए मनीष मिश्रा और आत्मा परियोजना के रजनी चौहान, अतुल सिंह, और प्रवीण पाठक भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इसके अलावा, आरसीटी डायरेक्टर पवन कुमार गुप्ता, ईसाफ फाउंडेशन के क्लस्टर कोऑर्डिनेटर राजेंद्र कुमार लोधी और आशीष कुमार भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने। रीठी फसल एफपीओ के अध्यक्ष उमाशंकर लोधी और अन्य डायरेक्टर भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
*पीएम इंटर्नशिप योजना*
पीएम इंटर्नशिप योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, जिसमें बताया गया कि यह योजना ग्रामीण युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। महिलाओं को इस योजना के माध्यम से प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मिल सकते हैं, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होंगे।
*ग्रामीण जागरूकता*
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण जागरूकता पर भी चर्चा की गई। इसमें महिलाओं को उनके अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों के बारे में बताया गया। यह प्रयास किया गया कि महिलाएं अपने जीवन में बदलाव ला सकें और अपने परिवार और समाज में सकारात्मक प्रभाव डाल सकें।
*रीठी फसल एफपीओ के योगदान*
रीठी फसल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के बारे में जानकारी दी गई, जो कृषि क्षेत्र में किसानों की सहायता के लिए कार्य कर रही है। इस कंपनी के माध्यम से किसानों को बेहतर मूल्य मिल रहा है और उन्हें कृषि उत्पादों को बेहतर तरीके से बेचने का अवसर मिल रहा है।
*महिलाओं का सम्मान और आत्मविश्वास*
महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित किया गया। इस आयोजन में कई महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार उन्होंने अपने परिवार और समाज में बदलाव लाने की दिशा में काम किया है। यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुआ।
*सशक्तिकरण और महिला उत्थान के लिए कदम*
इस कार्यक्रम में महिलाओं के सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। नाबार्ड और अन्य संस्थाओं के द्वारा विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों को महिलाओं तक पहुँचाने का प्रयास किया गया है ताकि वे आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक रूप से सशक्त बन सकें। विशेष रूप से, कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को उजागर किया गया, क्योंकि कृषि न केवल एक आर्थिक गतिविधि है, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का एक महत्वपूर्ण स्त्रोत है।
*समाज में महिलाओं की भूमिका*
महिलाओं की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वे न केवल घर-परिवार की देखभाल करती हैं, बल्कि वे अपने समुदाय की सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में भी सक्रिय रूप से भाग लेती हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने से समाज में सकारात्मक बदलाव आता है। यह कार्यक्रम महिलाओं को अपनी क्षमताओं का एहसास दिलाने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम था।
*नाबार्ड का योगदान*
नाबार्ड का योगदान इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण था। नाबार्ड ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके तहत महिला किसानों को ऋण, प्रशिक्षण और समर्थन प्रदान किया गया है, ताकि वे अपने कृषि कार्य को बेहतर तरीके से चला सकें और अपने परिवार के लिए आय के स्त्रोत बना सकें।
*कार्यक्रम के प्रभाव*
इस कार्यक्रम के आयोजन से महिलाओं में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ। उन्हें यह समझ में आया कि वे किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं, बशर्ते उन्हें सही मार्गदर्शन और अवसर मिले। कार्यक्रम में दी गई जानकारी और योजनाओं के बारे में जागरूकता ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित किया।
*समाज के प्रति जिम्मेदारी*
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथियों ने यह भी कहा कि समाज के हर वर्ग को, विशेष रूप से महिलाओं को, अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो समाज में विकास की रफ्तार तेज होती है। यही वजह है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन बेहद महत्वपूर्ण होता है।विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम ने महिलाओं के सशक्तिकरण के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस आयोजन में न केवल महिलाओं को उनके अधिकारों और योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई, बल्कि उन्हें सम्मानित भी किया गया। इस प्रकार के आयोजन समाज में महिलाओं की भूमिका को समझने और उन्हें सशक्त बनाने में सहायक साबित होते हैं। यह कार्यक्रम न केवल महिला सशक्तिकरण के लिए प्रेरणादायक था, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी था।
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