सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

मार्च, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अवैध खनन और ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से हुई मौतें, ढीमरखेड़ा पुलिस द्वारा दो आरोपी गिरफ्तार, योगेंद्र यादव कुख्यात अपराधी गया जेल, अति का अंत कर दिया थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान ने, रोड से घुमाती हुई जेल लेकर गई पुलिस

 अवैध खनन और ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से हुई मौतें, ढीमरखेड़ा पुलिस द्वारा दो आरोपी गिरफ्तार, योगेंद्र यादव कुख्यात अपराधी गया जेल, अति का अंत कर दिया थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान ने, रोड से घुमाती हुई जेल लेकर गई पुलिस  ढीमरखेड़ा |  अवैध खनन भारत के कई हिस्सों में एक गंभीर समस्या बनी हुई है, जिससे न केवल प्राकृतिक संसाधनों का दोहन होता है बल्कि जानमाल का भी भारी नुकसान होता है। मध्य प्रदेश के कटनी जिले में स्थित ढीमरखेड़ा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। हाल ही में 4 मार्च 2025 को ग्राम जिर्री-डुढहा रोड पर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और विवेचना के दौरान यह खुलासा हुआ कि अवैध खनन से जुड़े लोगों की लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना हरकत के कारण यह दुर्घटना हुई। ढीमरखेड़ा पुलिस ने इस मामले में योगेन्द्र यादव और भागचंद यादव को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ धारा 105, 238, 303(2), 49 बीएनएस और 4/21 खनिज अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया है। यह घटना न केवल कानून और व्यवस्था की विफलता को उजागर करती है ...

मां विरासन देवी मंदिर कचनारी, मंदिर समिति की वित्तीय पारदर्शिता, पुजारी नियुक्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जनता की मांग, कलेक्टर की जनसुनवाई मे उठा मामला, यहां भक्तो को मिलते थे पैसे उधार ऐसा क्या हुआ कि भगवती ने पैसे उधार देने बंद कर दिए, ईश्वर के पैसे में भी लोगों की नज़र

 मां विरासन देवी मंदिर कचनारी, मंदिर समिति की वित्तीय पारदर्शिता, पुजारी नियुक्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जनता की मांग, कलेक्टर की जनसुनवाई मे उठा मामला, यहां भक्तो को मिलते थे पैसे उधार ऐसा क्या हुआ कि भगवती ने पैसे उधार देने बंद कर दिए, ईश्वर के पैसे में भी लोगों की नज़र  ढीमरखेड़ा |  मध्य प्रदेश के कचनारी गांव में स्थित मां विरासन देवी का मंदिर क्षेत्र की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यह मंदिर अत्यंत प्राचीन है और यहां प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आते हैं। वर्षों से यह मंदिर स्थानीय भक्तों की श्रद्धा का केंद्र रहा है, लेकिन हाल ही में मंदिर प्रशासन, वित्तीय पारदर्शिता, पुजारी की नियुक्ति और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। *मंदिर समिति का गठन और वित्तीय पारदर्शिता का अभाव* वर्ष 2017 में मां विरासन देवी मंदिर समिति का गठन किया गया था, जिसका उद्देश्य मंदिर की देखरेख, पूजा-पाठ, वित्तीय प्रबंधन और अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करना था। हालांकि, समिति के गठन के सात साल बाद भी इसका कोई सार्वजनिक हिसाब-किताब नहीं दिया गया है। स...

समाज में दोहरे मानदंड और आत्ममूल्यांकन की कमी, पीता शराब हैं और कहता हैं कि नशा ख़राब है, खुद कुछ करता नहीं और कहता हैं कि किस्मत ख़राब हैं, यहां हर एक आदमी की यही कहानी हैं, अच्छा खुद नहीं और कहता हैं कि जमाना ख़राब हैं

 समाज में दोहरे मानदंड और आत्ममूल्यांकन की कमी, पीता शराब हैं और कहता हैं कि नशा ख़राब है, खुद कुछ करता नहीं और कहता हैं कि किस्मत ख़राब हैं, यहां हर एक आदमी की यही कहानी हैं, अच्छा खुद नहीं और कहता हैं कि जमाना ख़राब हैं  ढीमरखेड़ा |  आज के समाज में एक विचित्र विरोधाभास देखने को मिलता है, लोग अपने जीवन में बुरी आदतों को अपनाते हैं, लेकिन दूसरों को नसीहत देने से नहीं चूकते। वे खुद अपने कर्मों से कोई सीख नहीं लेते, फिर भी दूसरों को सीख देने का ठेका ले लेते हैं। यह समस्या केवल व्यक्तिगत स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे समाज की मानसिकता को दर्शाती है। *दोहरे मानदंडों की जड़ें* हमारे समाज में यह मानसिकता इस वजह से बनी है क्योंकि लोग अपनी असफलताओं और गलतियों के लिए खुद को ज़िम्मेदार ठहराने के बजाय, दूसरों या परिस्थितियों को दोष देना ज़्यादा आसान समझते हैं। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति खुद शराब पीता है, मगर जब उसका बेटा शराब पीने लगे, तो उसे बुरा लगता है और वह उसे नशे के दुष्परिणामों पर लंबा भाषण दे डालता है। इस तरह के दोहरे मानदंड सिर्फ शराब तक ही सीमित नहीं हैं। कुछ माता-पिता ख...

ढीमरखेड़ा थाना प्रांगण में होली एवं ईद पर्व को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित

 ढीमरखेड़ा थाना प्रांगण में होली एवं ईद पर्व को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित ढीमरखेड़ा |  ढीमरखेड़ा थाना प्रांगण में दिनांक 07 मार्च 2025 को पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं एसडीओपी के निर्देशानुसार एक महत्वपूर्ण शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य आगामी होली एवं ईद पर्व को सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए आवश्यक रणनीतियों पर विचार-विमर्श करना था। तहसीलदार आशीष अग्रवाल जी की उपस्थिति में हुई इस बैठक में क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। बैठक में ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान की कार्यशैली की सराहना की गई, जिनके नेतृत्व में क्षेत्र में अमन-चैन कायम है। बैठक में उपस्थित गणमान्य नागरिकों में जनपद सदस्य अटल बिहारी वाजपेई, जनपद सदस्य श्रीकांत पटैल, ढीमरखेड़ा मंडल उपाध्यक्ष राकेश त्रिपाठी, गूंडा सरपंच संकेत लोनी, बिचुआ सरपंच राजकुमार कोल, झिन्ना पिपरिया सरपंच संदीप यादव, सुलभ त्रिपाठी, रितेश त्रिपाठी, डॉक्टर संतोष कुमार सेन, डॉक्टर शिवकांत दाहिया, रामखिलावन मिश्रा, बांध सरपंच पति राजकुमार कुशवाहा, सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित र...

उमरियापान थाना प्रांगण में शांति समिति की बैठक, होली और ईद के मद्देनज़र सौहार्द बनाए रखने का संकल्प, जबसे उमरियापान में थाना प्रभारी दिनेश तिवारी आए हैं तबसे रणनीति के तहत कर रहे हैं कार्य, अपराधों पर लग रहा हैं अंकुश जिसकी जनता बेहद कर रही है प्रशंसा

 उमरियापान थाना प्रांगण में शांति समिति की बैठक, होली और ईद के मद्देनज़र सौहार्द बनाए रखने का संकल्प, जबसे उमरियापान में थाना प्रभारी दिनेश तिवारी आए हैं तबसे रणनीति के तहत कर रहे हैं कार्य, अपराधों पर लग रहा हैं अंकुश जिसकी जनता बेहद कर रही है प्रशंसा ढीमरखेड़ा |  उमरियापान थाना परिसर में दिनांक 6 मार्च 2025 को शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें नगर एवं आसपास के 50 से 60 गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी होली और ईद पर्व के दौरान क्षेत्र में शांति एवं सौहार्द बनाए रखना था। पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं एसडीओपी के निर्देशानुसार यह बैठक आयोजित की गई, जिसमें नायब तहसीलदार अजय मिश्रा जी विशेष रूप से उपस्थित रहे।इस बैठक का मुख्य आकर्षण उमरियापान के थाना प्रभारी दिनेश तिवारी रहे, जिन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है। उनके नेतृत्व में पुलिस टीम ने संगठित अपराध, अवैध गतिविधियों और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की है। यही कारण है कि स्थानीय जनता उ...

कलेक्टर के भ्रष्टाचार के नौ रत्न, जो करते हैं भ्रष्टाचार और साहब तक पहुंचाते हैं पैसा, मुख्यमंत्री और राज्यपाल फोटो खिंचवाने के लिए आते हैं उनको विकास से कोई मतलब नहीं

 कलेक्टर के भ्रष्टाचार के नौ रत्न, जो करते हैं भ्रष्टाचार और साहब तक पहुंचाते हैं पैसा, मुख्यमंत्री और राज्यपाल फोटो खिंचवाने के लिए आते हैं उनको विकास से कोई मतलब नहीं ढीमरखेड़ा |  भारत में प्रशासनिक व्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नौकरशाह होते हैं, जिनमें कलेक्टर का पद सबसे प्रभावशाली माना जाता है। कलेक्टर का कार्यालय जिले का प्रमुख प्रशासनिक केंद्र होता है, जहां योजनाओं का क्रियान्वयन, विकास कार्यों की निगरानी, कानून-व्यवस्था की देखरेख और विभिन्न सरकारी विभागों का समन्वय किया जाता है। लेकिन जब कलेक्टर ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाए, तो पूरा प्रशासनिक तंत्र ध्वस्त होने लगता है। कलेक्टर अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए सीधे तौर पर भ्रष्टाचार नहीं करता, बल्कि उसके पास एक खास टीम होती है, जिसे "भ्रष्टाचार के नौ रत्न" कहा जा सकता है। ये नौ रत्न विभिन्न विभागों और कार्यों में लगे होते हैं, जो सरकारी योजनाओं के धन का बंदरबांट कर साहब तक पैसा पहुंचाते हैं। ये नौ रत्न अलग-अलग पदों पर होते हैं, जिनकी मिलीभगत से पूरा भ्रष्टाचा...

बाढ़ आपदा का नहीं हुआ भुगतान, जंग खा रही फाइलें, हताश आपूर्तिकर्ता , ढीमरखेड़ा जनपद के अनेकों ग्रामों का नहीं हुआ भुगतान

 बाढ़ आपदा का नहीं हुआ भुगतान, जंग खा रही फाइलें, हताश आपूर्तिकर्ता , ढीमरखेड़ा जनपद के अनेकों ग्रामों का नहीं हुआ भुगतान  ढीमरखेड़ा |  बाढ़ आपदा एक प्राकृतिक संकट है, जिसमें प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन और ग्राम पंचायत स्तर पर कई प्रयास किए जाते हैं। लेकिन जब राहत कार्यों में शामिल आपूर्तिकर्ताओं को उनका भुगतान समय पर नहीं मिलता, तो समस्या और गंभीर हो जाती है। यही हालात इस समय कई गांवों में देखने को मिल रही हैं, जहां बाढ़ राहत के लिए सामान उपलब्ध कराने वाले व्यापारी और आपूर्तिकर्ता महीनों से भुगतान के इंतजार में दर-दर भटक रहे हैं। सरपंच और सचिव खुद असमंजस में हैं कि भुगतान की राशि कहां से लाएं, क्योंकि उनकी ओर से दी गई फाइलें संबंधित विभागों में धूल खा रही हैं। *अब कभी ज़रूरत में भी समान नहीं देगे दुकानदार* जब बाढ़ आई, तो ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिवों ने राहत कार्यों को जल्द से जल्द अंजाम देने के लिए स्थानीय दुकानदारों और आपूर्तिकर्ताओं से जरूरी सामान खरीदा। इनमें खाद्य सामग्री, तिरपाल, दवाईयां, जल शुद्धिकरण की दवाएं, कपड़े और अन्य राहत सामग्री शामि...

सिलौड़ी मंडल अध्यक्ष मनीष बागरी, दोस्ती की मिसाल, जिसने बचाई सौरभ मिश्रा की जान, मुंबई में आया सौरभ मिश्रा को अटैक अब हैं सुरक्षित, तुझे कैसे कुछ हों सकता हैं मेरे भाई तेरे ऊपर करोड़ो लोगो की दुआएं हैं काल भी उसका क्या बिगाड़े जिसकी रक्षा महाकाल करते हों

 सिलौड़ी मंडल अध्यक्ष मनीष बागरी, दोस्ती की मिसाल, जिसने बचाई सौरभ मिश्रा की जान, मुंबई में आया सौरभ मिश्रा को अटैक अब हैं सुरक्षित, तुझे कैसे कुछ हों सकता हैं मेरे भाई तेरे ऊपर करोड़ो लोगो की दुआएं हैं काल भी उसका क्या बिगाड़े जिसकी रक्षा महाकाल करते हों  ढीमरखेड़ा |  मुंबई जैसे बड़े महानगर में जीवन हमेशा व्यस्त और तेज़ गति से चलता है, लेकिन इसी बीच एक घटना घटी जिसने यह साबित कर दिया कि सच्ची दोस्ती किसी भी परिस्थिति में अपने दोस्त के लिए हर हद पार कर सकती है। सिलौड़ी मंडल अध्यक्ष मनीष बागरी ने अपने दोस्त सौरभ मिश्रा के लिए जो किया, वह न सिर्फ दोस्ती की मिसाल बन गया, बल्कि यह भी दिखाया कि इंसानियत और प्रेम से बड़ा कुछ भी नहीं। सौरभ मिश्रा मुंबई में थे, जब अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। बताया जाता है कि उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी जान पर खतरा बन गया था। जैसे ही यह खबर सिलौड़ी मंडल अध्यक्ष मनीष बागरी तक पहुंची, उन्होंने बिना किसी देरी के मुंबई जाने का फैसला किया। वह तुरंत हवाई जहाज से मुंबई रवाना हो गए, क्योंकि उनके लिए उनका दोस्त सबसे महत्वपूर...

विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" का किया गया आयोजन, महिलाओं को शिक्षित करने की जरूरत ताकि इनका भविष्य रहे सुरक्षित

 विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" का किया गया आयोजन, महिलाओं को शिक्षित करने की जरूरत ताकि इनका भविष्य रहे सुरक्षित  कटनी |  दिनांक 5 मार्च 2025 को विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" धूमधाम से मनाया गया, जिसमें नाबार्ड के सहयोग से रीठी फसल एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी) द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों को समझाना और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना था। कार्यक्रम में पीएम इंटर्नशिप योजना और ग्रामीण जागरूकता पर विस्तृत जानकारी दी गई, साथ ही महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए किया जाता है। इस दिन का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह महिलाओं के संघर्ष और उनके अधिकारों की प्राप्ति के लिए एक प्रेरणा का काम करता है। विकासखंड रीठी के ग्राम वसुधा में इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को जागरूक करना और उन्हें अपनी भूमिका और अधिकारों के प्रति जागरूक करना था। इस आयोजन का मुख्...

गोपालपुर में भव्य भागवत कथा एवं श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह उत्सव, भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की विशेष उपस्थिति, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर जिस तरह का किया विकास उसके हिसाब से बैनर में मिला स्थान, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की नज़र विकास को लेकर उमरियापान और सिलौड़ी की ओर

 गोपालपुर में भव्य भागवत कथा एवं श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह उत्सव, भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की विशेष उपस्थिति, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर जिस तरह का किया विकास उसके हिसाब से बैनर में मिला स्थान, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की नज़र विकास को लेकर उमरियापान और सिलौड़ी की ओर  ढीमरखेड़ा |  मध्यप्रदेश के कटनी जिले के ढीमरखेड़ा क्षेत्र में धार्मिक आस्था का अनुपम संगम देखने को मिला, जब गोपालपुर और लालपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतर्गत भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रहे और कथा श्रवण किया। *योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर का विकास कार्यों में योगदान और धार्मिक आस्था* योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर ढीमरखेड़ा क्षेत्र में सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में निरंतर योगदान देते आ रहे हैं। उन्होंने अपनी कार्यशैली और जनसेवा के कारण क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। यही कारण है कि उनके किए गए विकास कार्यों के अनुरूप उन्हें बैनर में विशेष स्थान दिया गया। *योगेंद्र सिंह की ...

ठेकेदार की कमाई का जरिया बनी नल जल योजना जगह - जगह ग्रामवासी परेशान, मुरवारी गांव की जल समस्या, नल जल योजना की असफलता और प्रशासन की लापरवाही

 ठेकेदार की कमाई का जरिया बनी नल जल योजना जगह - जगह ग्रामवासी परेशान, मुरवारी गांव की जल समस्या, नल जल योजना की असफलता और प्रशासन की लापरवाही  ढीमरखेड़ा |  भारत सरकार की ‘हर घर नल, हर घर जल’ योजना का उद्देश्य प्रत्येक ग्रामीण घर तक स्वच्छ और सुरक्षित जल पहुंचाना था, लेकिन ग्राम पंचायत मुरवारी के हरिजन मोहल्ले के निवासी इस सुविधा से वंचित हैं। यहां की महिलाओं को पिछले तीन वर्षों से पानी लाने के लिए लगभग एक किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है। यह समस्या केवल एक गांव की नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र में सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना की विफलता को दर्शाती है। *नल जल योजना में ठेकेदार की लापरवाही* गांव के लोगों का कहना है कि नल जल योजना में ठेकेदार की लापरवाही के कारण उन्हें पानी जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है। सरकार द्वारा इस योजना पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, फिर भी गांव की जनता को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। समाजसेवी दीपू बैरागी ने इस मुद्दे को कई बार प्रशासन के समक्ष उठाया, जनपद से लेकर जिला स्तर तक अधिकारियों से शिकायतें की गईं, लेकिन आज तक कोई समा...

जनपद अध्यक्ष अर्पित अवस्थी की कुर्सी खतरे में, रीठी जनपद पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव से राजनीतिक हलचल

 जनपद अध्यक्ष अर्पित अवस्थी की कुर्सी खतरे में, रीठी जनपद पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव से राजनीतिक हलचल कटनी |  रीठी जनपद पंचायत में इन दिनों भारी राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। भाजपा समर्थित जनपद अध्यक्ष अर्पित अवस्थी की कुर्सी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मंगलवार को जनपद के 15 में से 13 सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। जनपद सदस्यों का कहना है कि अध्यक्ष की कार्यशैली से वे असंतुष्ट हैं और विकास कार्यों में उनकी सहभागिता को नजरअंदाज किया जा रहा है। रीठी जनपद पंचायत के 13 सदस्यों ने कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के समक्ष उपस्थित होकर अपनी शिकायत दर्ज कराई और अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उनका आरोप है कि जनपद अध्यक्ष अर्पित अवस्थी सामान्य सभा एवं प्रशासन समिति की बैठकें समय पर नहीं बुलाते, जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।जनपद सदस्यों ने अध्यक्ष पर यह भी आरोप लगाया कि वे मनमाने तरीके से कार्य करते हैं और अन्य सदस्यों को विश्वास में नहीं लेते। उनका कहना है कि पंचायत क्षेत्र में योजनाओं के क्रियान्वयन में भेदभाव किया जा रहा है, जिससे कई वार्डों में वि...

सिस्टम में भ्रष्टाचार के मकड़ जाल से मिले मुक्ति पारदर्शी सिस्टम को कड़ाई से लागू करने की जरूरत , ताकि लोग दफ्तरों के चक्कर से बचें और घूसखोरों के चंगुल में नहीं फंसें

 सिस्टम में भ्रष्टाचार के मकड़ जाल से मिले मुक्ति पारदर्शी सिस्टम को कड़ाई से लागू करने की जरूरत , ताकि लोग दफ्तरों के चक्कर से बचें और घूसखोरों के चंगुल में नहीं फंसें कटनी |  मध्यप्रदेश में इन दिनों रिश्वतखोरी के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त की टीमों ने एक ही दिन में दर्जनभर से ज्यादा शिकायतों पर घूसखोरों को रंगेहाथों दबोचा। प्रदेश के हर हिस्से से रिश्वतखोर ट्रैप में पकड़े गए हैं। यह दर्शाता है कि रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का घुन पूरे प्रदेश को खा रहा है। यह बहुत गहरे घुस गया है, जिसे बाहर निकालना अत्यंत आवश्यक है। घूसखोरी की घटनाएं सिस्टम में भ्रष्टाचार की गहरी जमी जड़ों को उजागर करती हैं। देखा जाए तो सरकारी स्तर पर भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के तमाम दावे धरे रह गए हैं, और खोखले भी साबित हो गए हैं। दूसरी ओर जो पकड़े जा रहे हैं क्या वही गुनहगार हैं या भ्रष्टाचार की कोई चेन काम कर रही है? इस सवाल का जवाब कौन देगा? जो पकड़ा गया वह तो चोर साबित हो गया, लेकिन उनका क्या जो तमाम साठगांठ और वारा-न्यारा किए जा रहे हैं। वे तो खुद को ईमानदार साबित किए हु...

चना, मसूर, सरसों का पंजीयन 10 मार्च तक

 चना, मसूर, सरसों का पंजीयन 10 मार्च तक कटनी |  रबी वर्ष 2024-25 और विपणन वर्ष 2025-26 में उपार्जन हेतु ई-उपार्जन पोर्टल पर 10 मार्च 2025 तक चना, मसूर एवं सरसों का पंजीयन किया जाना है। चना, मसूर एवं सरसों का पंजीयन गेहूँ के पंजीयन के लिये निर्धारित 55 पंजीयन केन्द्र में किया जा रहा है। उपसंचालक कृषि मनीष मिश्रा ने कृषकों से अपील की है कि उपार्जन हेतु चना, मसूर एवं सरसों का पंजीयन निर्धारित अवधि में करें।

Job का उल्टा boj होता हैं जिसे 90% लोगों ने उठा रखा हैं, हमे छोड़कर आप गए तो हम भी ये कह जाएंगे, बीच भंवर में साथ छोड़ने वाले भी बह जाएंगे, यदि युद्ध मे अर्जुन बनना हैं तो पूरी बात सुने, अर्ध - कथाएं सुनने वाले अभिमन्यु रह जाएंगे

 Job का उल्टा boj होता हैं जिसे 90% लोगों ने उठा रखा हैं, हमे छोड़कर आप गए तो हम भी ये कह जाएंगे, बीच भंवर में साथ छोड़ने वाले भी बह जाएंगे, यदि युद्ध मे अर्जुन बनना हैं तो पूरी बात सुने, अर्ध - कथाएं सुनने वाले अभिमन्यु रह जाएंगे ढीमरखेड़ा |  आज के समय में नौकरी (Job) अधिकतर लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी है। शिक्षा प्राप्त करने का मुख्य उद्देश्य नौकरी पाना माना जाता है। लेकिन क्या वाकई नौकरी हमारी सफलता की पहचान होनी चाहिए, या यह समाज के बनाए गए एक दायरे का हिस्सा है? उल्लेखनीय हैं कि जब कोई व्यक्ति नौकरी करता है, तो वह अपनी आज़ादी का एक बड़ा हिस्सा त्याग देता है। अधिकांश लोग केवल तनख्वाह के लिए काम करते हैं, भले ही उन्हें वह कार्य पसंद हो या नहीं। यह स्थिति "आर्थिक गुलामी" की तरह लगती है, जहां लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए नौकरी में फंसे रहते हैं।  *नौकरी का बोझ, मानसिक और शारीरिक प्रभाव* नौकरी के साथ जिम्मेदारियां भी आती हैं, और कई बार ये जिम्मेदारियां बोझ (Boj) बन जाती हैं। कर्मचारी सुबह से शाम तक काम करने के बाद भी मानसिक शांति नहीं पाते। लक्ष्य पूरे करन...

छुट्टी के दिनों में भी फीस वसूलते प्राइवेट स्कूल, वाहन का भी लेते हैं पैसा संचालक संदेह के घेरे में ढीमरखेड़ा के प्राइवेट स्कूल अभिभावकों को पढ़ाई के नाम पर रुला रहे खून के आंसू होना चाहिए जांच

 छुट्टी के दिनों में भी फीस वसूलते प्राइवेट स्कूल, वाहन का भी लेते हैं पैसा संचालक संदेह के घेरे में ढीमरखेड़ा के प्राइवेट स्कूल अभिभावकों को पढ़ाई के नाम पर रुला रहे खून के आंसू होना चाहिए जांच  ढीमरखेड़ा |  शिक्षा का मूल उद्देश्य ज्ञान का विस्तार करना होता है, लेकिन वर्तमान समय में यह केवल एक व्यवसाय बनकर रह गया है। प्राइवेट स्कूलों द्वारा शिक्षा के नाम पर अभिभावकों से अनुचित शुल्क वसूली का मामला आए दिन चर्चा में रहता है। खासकर तब, जब स्कूलों में छुट्टियाँ होने के बावजूद स्कूल प्रशासन पूरी फीस और वाहन शुल्क की मांग करता है। यह स्थिति अभिभावकों के लिए अत्यंत परेशान करने वाली बन जाती है। सवाल यह उठता है कि जब बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही, स्कूल की सेवाएँ नहीं ली जा रही हैं, तो अभिभावकों को फीस और वाहन शुल्क क्यों देना चाहिए? यह समस्या अकेले किसी एक शहर या राज्य की नहीं, बल्कि पूरे देश में देखने को मिलती है। जब स्कूल बंद रहते हैं, तो वह कौन-सी सेवा प्रदान की जा रही है जिसके लिए फीस ली जा रही है? ऐसा लगता है कि निजी स्कूलों के संचालकों के लिए शिक्षा सिर्फ एक व्यवसाय बन गया ह...

कचनारी में बनना चाहिए हाई स्कूल, कचनारी में हाई स्कूल की आवश्यकता, बच्चों की शिक्षा के अधिकार की अनदेखी, 7 ग्राम की एक पंचायत कचनारी

 कचनारी में बनना चाहिए हाई स्कूल, कचनारी में हाई स्कूल की आवश्यकता, बच्चों की शिक्षा के अधिकार की अनदेखी, 7 ग्राम की एक पंचायत कचनारी  ढीमरखेड़ा |  शिक्षा एक मौलिक अधिकार है, जो प्रत्येक बच्चे को समान अवसर प्रदान करता है। लेकिन जब किसी क्षेत्र में शैक्षिक सुविधाएं अपर्याप्त होती हैं, तो वहां के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। मध्य प्रदेश के कचनारी गाँव की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। यहाँ के बच्चों को हाई स्कूल की पढ़ाई करने के लिए लगभग 15 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इस कारण कई बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं, और गाँव में अशिक्षा की समस्या गंभीर रूप से बनी हुई है।कचनारी में हाई स्कूल की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है, लेकिन सरकार और प्रशासन की अनदेखी के कारण आज भी यह गाँव शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। यदि यहाँ एक हाई स्कूल स्थापित किया जाता है, तो यह न केवल गाँव के बच्चों के भविष्य को संवारने में मदद करेगा, बल्कि आसपास के गाँवों के विद्यार्थियों को भी शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा । कचनारी में हाई स्क...

वर्तमान प्रभारी प्राचार्य पी. एम. श्री शासकीय स्कूल गोपालपुर अनिल कुम्हार अवैध तरीके से लगाई गई ड्यूटी होना चाहिए उच्चस्तरीय जांच

 वर्तमान प्रभारी प्राचार्य पी. एम. श्री शासकीय स्कूल गोपालपुर अनिल कुम्हार अवैध तरीके से लगाई गई ड्यूटी होना चाहिए उच्चस्तरीय जांच  ढीमरखेड़ा |  शासकीय स्कूल गोपालपुर के प्रभारी प्राचार्य अनिल कुम्हार द्वारा कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए अंग्रेजी विषय की परीक्षा में अवैध रूप से ड्यूटी लगाए जाने का मामला गंभीर चिंता का विषय है। इस प्रकार की अनियमितताएं शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता और निष्पक्षता को प्रभावित करती हैं, जिससे छात्रों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। *परीक्षा प्रक्रिया में ड्यूटी आवंटन का महत्व* परीक्षा प्रक्रिया में ड्यूटी आवंटन एक महत्वपूर्ण कार्य है, जो परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी छात्र समान अवसर प्राप्त करें और परीक्षा प्रक्रिया में कोई भी पक्षपात या अनियमितता न हो। ड्यूटी आवंटन के लिए एक अनुमोदित सूची तैयार की जाती है, जिसमें योग्य और प्रशिक्षित शिक्षकों के नाम शामिल होते हैं। यह सूची उच्च अधिकारियों द्वारा अनुमोदित होती है ताकि परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। *प्रभार...

बच्चों को हम जैसा बनाएंगे, जैसा सिखाएंगे, वैसे बनकर वह आगे बढ़ेंगे

 बच्चों को हम जैसा बनाएंगे, जैसा सिखाएंगे, वैसे बनकर वह आगे बढ़ेंगे  कटनी |  पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि बच्चे गीली मिट्टी के समान होते हैं। इनकों हम जैसा बनाएंगे, जैसा सिखाएंगे वैसा बनकर वह आगे बढ़ेंगे। उन्होंने यह बात अवधपुरी में एक निजी स्कूल के शुभारंभ अवसर पर कहीं। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि यह पहला ऐसा स्कूल है, जिसमें वह सारी सुविधाएं हैं, जो सुविधाएं छोटे बच्चों को मिलनी चाहिए। स्कूल में बहुत छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखा गया है जो बच्चों की सुरक्षा का, बच्चों के मनोरंजन का, बच्चों के ज्ञान का, हर दृष्टि से यहां आने वाला बच्चा हर तरफ से समृद्ध होकर जाए। इस दृष्टि से हमारा यह प्री स्कूल निश्चित रूप से हमारी नई पीढ़ी को संस्कारित करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा। पार्षद श्रीमती मधु शिवनानी, श्री जितेंद्र शुक्ला, मंडल अध्यक्ष श्री सुरेंद्र दुबे, श्री गणेश राम नागर, पार्षद श्री वी शक्ति राव, श्री राजेश्वर सिंह, स्कूल की प्रिसिंपल श्रीमती रुचि विनोद सिंह, श्री रामेश्वर भैया, श्री विनोद सिंह, श्री प...

सच लिखना आसान नहीं होता, लेकिन अगर सच को दबाया जाए, तो समाज में अंधकार फैल जाता है, मुझे किसी पद की जरूरत नहीं, लोग मेरी लेखनी से ही लाल - पीले हो जाते हैं प्रधान संपादक राहुल पाण्डेय

 सच लिखना आसान नहीं होता, लेकिन अगर सच को दबाया जाए, तो समाज में अंधकार फैल जाता है, मुझे किसी पद की जरूरत नहीं, लोग मेरी लेखनी से ही लाल - पीले हो जाते हैं  ढीमरखेड़ा |  पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है, और जब यह स्तंभ निष्पक्षता, ईमानदारी और बेबाकी से अपनी जिम्मेदारी निभाता है, तो समाज में हलचल मचती है। ऐसा ही एक नाम है राहुल पाण्डेय, जो "दैनिक ताज़ा खबर" के प्रधान संपादक के रूप में अपनी पत्रकारिता की अलग पहचान बना चुके हैं। उनकी लेखनी इतनी प्रभावशाली है कि उनकी किसी ख़बर से भ्रष्ट अधिकारी, घोटालेबाज और सत्ता के दलालों के माथे पर पसीना आ जाता है। यही वजह है कि वे कहते हैं "मुझे किसी पद की जरूरत नहीं, लोग मेरी लेखनी से ही लाल-पीले हो जाते हैं।" राहुल पाण्डेय का यह कथन केवल आत्मविश्वास नहीं, बल्कि उनके वर्षों की निडर और निर्भीक पत्रकारिता का प्रमाण भी है।वे किसी पद या मान - सम्मान के भूखे नहीं हैं, बल्कि उनकी कलम ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। *पत्रकारिता के प्रति समर्पण* राहुल पाण्डेय का मानना है कि पत्रकारिता केवल खबरों का संकलन नहीं है, बल्कि यह समाज ...

गर्मी के मौसम में बिजली का बिल घटाने के आसान तरीके

 गर्मी के मौसम में बिजली का बिल घटाने के आसान तरीके कटनी | गर्मी के मौसम में अक्सर बिजली बिल बढ़ जाता है, जिसकी वजह कुछ जरूरी उपकरणों का इस्तेमाल तथा उनके रखरखाव में कमी होती है। जैसे-जैसे पारा चढ़ता है, वैसे-वैसे ए.सी., कूलर, पंखों का इस्तेमाल बढ़ जाता है। ऐसे में आपका बिजली का बिल ना बढ़े, इसके लिए विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कुछ कारगर तरीके सुझाये गए हैं। ए.सी. इस्तेमाल करने वालों के लिए टिप्स यह है कि वह अपने ए.सी. के टेम्प्रेचर को 27 डिग्री पर सेट करें। इससे नीचे टेम्प्रेचर करने पर ए.सी. के कंप्रेशर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ए.सी. ज्यादा देर तक चलता है, इसलिए बिजली भी ज्यादा खर्च होती है और आपका बिल ज्यादा आता है। बेहतर होगा कि ए.सी. के साथ-साथ कमरे में पंखा भी चलाएं। ए.सी. के एयर फिल्टर को हर 10-15 दिनों में अच्छी तरह धोकर साफ करें। फिल्टर में धूल जमने में आपको पूरी ठंडक नहीं मिलती और आपको ए.सी. ज्यादा देर तक चलाना पड़ता है। ए.सी. वाले कमरों के खिड़की- दरवाजे ए.सी.चलने के दौरान मजबूती से बंद रखें। यदि दरवाजे-खिड़कियों में झिरियां हों तो उन्हें थर्माेकोल आदि का इस्तेमाल कर सील कर ...

इंजीनियर सुमित साहू के कारण ग्राम पंचायत झिन्ना पिपरिया में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती विकास योजनाएँ, ग्राम पंचायत झिन्ना पिपरिया से अगर इनको अलग नहीं किया गया तो होगा उग्र - प्रदर्शन और चक्काजाम, सरपंच संदीप यादव और रोज़गार सहायक संघ के जिला अध्यक्ष मुकेश त्रिपाठी ने कलेक्टर से की शिकायत

 इंजीनियर सुमित साहू के कारण ग्राम पंचायत झिन्ना पिपरिया में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती विकास योजनाएँ, ग्राम पंचायत झिन्ना पिपरिया से अगर इनको अलग नहीं किया गया तो होगा उग्र - प्रदर्शन और चक्काजाम, सरपंच संदीप यादव और रोज़गार सहायक संघ के जिला अध्यक्ष मुकेश त्रिपाठी ने कलेक्टर से की शिकायत  ढीमरखेड़ा |  जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत झिन्ना पिपरिया में विकास कार्यों को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आ रहा है। यहाँ के निर्वाचित सरपंच संदीप यादव ने उपयंत्री सुमित साहू पर गंभीर आरोप लगाए हैं।सरपंच का कहना है कि उपयंत्री न केवल समय पर कार्यों का मूल्यांकन नहीं कर रहे हैं, बल्कि पंचायत से अनावश्यक राशि की माँग कर रहे हैं। इसके साथ ही, मनरेगा कार्यों को जानबूझकर अटकाने और 10% कमीशन की माँग करने जैसे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। सरपंच संदीप यादव ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि यदि उपयंत्री सुमित साहू को तत्काल प्रभाव से हटाया नहीं गया, तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा और भूख हड़ताल भी की जाएगी। उनका कहना है कि झिन्ना पिपरिया के लोगों ने उन्हें अपने सरपंच...