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अवैध वेंडर ने दो महिला व एक पुरुष यात्री को चाकू भोंका जनसेवा में फ्लॉप पुलिस अफसरों का प्लेटफार्मों पर धुँआधार फोटो सेशन, ताकि सी एम बेफिक्र रहें और वे यहीं सेट रहें कुम्भकाल का योग है,लूट सके तो लूट 144 साल तक पछताएगा प्राण जाएंगे छूट मंत्री संत्री रहें सुरक्षित, लात - घूँसो से जनता पीड़ित

 अवैध वेंडर ने दो महिला व एक पुरुष यात्री को चाकू भोंका जनसेवा में फ्लॉप पुलिस अफसरों का प्लेटफार्मों पर धुँआधार फोटो सेशन, ताकि सी एम बेफिक्र रहें और वे यहीं  सेट रहें कुम्भकाल का योग है,लूट सके तो लूट 144 साल तक पछताएगा प्राण जाएंगे छूट मंत्री संत्री रहें सुरक्षित, लात - घूँसो से जनता पीड़ित



कटनी l  मैहर से कटनी जा रही एक ट्रेन में अवैध वेंडर ने यात्रियों पर चाकू से हमला कर दिया, जिसमें दो महिलाओं और एक पुरुष यात्री घायल हो गए। घटना के बाद घायलों को कटनी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। कुछ दिन पहले रेलवे के टीटी ई को ठोंक पीटकर उसका टेब फेंक दिया गया था पुलिस हाथ पर हाथ धरे आज भी बैठी है l हाँ इतना फर्क पड़ा कि जबलपुर के जीआरपी के बड़े अफसर और कटनी के एस पी की स्टेशन पर ही फोटो-गश्त आए दिन दिखाई -बताई जाने लगी   इस तरकीब से प्रदेश शासन को यह संदेश भेजा जा रहा है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव जी आप निश्चिन्त रहिए हम हैं न , बस हमें बने रहने दीजिए , आगे भी सब कुछ इसी तरह टिपटॉप चलता रहेगा l खबर बनी हुई है कि कुम्भ मेले की भीड़ से पिछले डेढ़ माह में यात्री नागरिक जीवन भीषण यातना सह रहा है और कटनी के एसपी जबलपुर के एस आर पी रेसुब के कमाडेंट एस एस सब साझा रूप से आए दिन प्लेटफार्मों पर खड़े रहकर और हाल में विराजकर  गोष्ठी करते हैं -फोटो शूट होती है कि सभी महकमें के साहबों में यात्रियों की सेवा सुविधा बनाए रखने के लिए वे चिंतित हैं l  मंडल रेलवे के अफसर भी सेलून से यदा कदा आते हैं उनके साथ रेलवे की उपभोक्ता सलाहकार समिति के मनोनीत सेवाधारी भी खड़े होते हैं वे भी जनता की सेवा के लिए दंड पेलते रहते हैं l  राज्य मुख्यमंत्री -रेलमंत्री दोनों को इस प्रगति की अखबारिया रिपोर्ट भेज दी जाती है l मंत्री -संत्री बेफिक्र हैं तो जेबकट- ट्रेन चोर -अवैध वेंडर भी बेफिक्री से अपना अपना कारोबार चला रहे हैं l आरक्षित बोगियों में अव्यवस्था का तांडव मचा है- प्लेटफार्मों पर गंदगी है - पेयजल व्यवस्था भी चूर चूर है l इन सब भर्रेशाहियों के बीच मिली जानकारी के अनुसार, ट्रेन में अवैध रूप से सामान बेच रहे एक वेंडर का यात्रियों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि अवैध वेंडर ने चाकू निकालकर यात्रियों पर हमला कर दिया। इस हमले मे दमोह जिला निवासी उमेश सिंह ठाकुर समेत दो महिला यात्री घायल हो गए।

*घटना के बाद ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई*

पीड़ित यात्रियों ने कटनी जीआरपी थाने पहुँच कर मामले की शिकायत दर्ज कराई है, वही जीआरपी पुलिस ने घायलों को कटनी जिला अस्पताल पहुंचाया जहां उनका उपचार जारी है। पुलिस ने अवैध वेंडर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर ट्रेनों में अवैध वेंडरों के संचालन को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुंभ मेले के दौरान ट्रेनों में अवैध वेंडरों की संख्या काफी बढ़ गई है, लेकिन पुलिस इन पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। 

*मंत्री संत्री रहें सुरक्षित, लात -घूँसो से जनता पीड़ित*

आज सुबह भी स्टेशन पर अंधेरगर्द व्यवस्थाओं से नागरिक जमकर पीड़ित हुए ट्रेन में चढने के दौरान बहस हुई फिर लात घूँसे धक्का मुक्की हाथापाई सब होता रहा बस खाकी भाई नजर नहीं आए l   लतखोरी की घटना से भी बेचारे खाकी वाले बेसुध हैं  लेकिन ज़ब भी उन्हें सुध आएगी वे कैमरा मैन लेकर प्लेटफार्म पर विभिन्न पोज में फोटो सेशन कराएंगे , कुछ जुमलेबाजी होगी थोड़ी लफ़्फ़ाज़ीयाँ भी सर्व सुविधायुक्त केबिन के सोफों पर पसरकर की जाएंगी l जिनकी सचित्र मुनादी वायरल कराई जाएगी l फिर क्या मंत्री भी गदगद संत्री भी गदगद l प्रयागराज महाकुंभ में जाने वाले यात्रियों की भीड़ थमने का नाम नहीं ले रही है। जो लोग बीते एक माह से कुंभ प्रयागराज जाने का अवसर ट्रेन से जाने का बना रहे है उनके लिए यह सफर मुश्किलों भरा हो सकता है महाशिवरात्री को महाकुंभ का अंतिम स्नान है जिसको लेकर अब श्रद्धलुओं की संख्या और अधिक बढ़ गई है। शनिवार और रविवार की रात बड़ी संख्या में प्रयागराज जाने वाले श्रद्धलुओं की भीड़ मुख्य रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म क्रमांक-2 में एकत्रित हुई थी एक के बाद एक रात 2:30 बजे तक प्रयागराज जाने वाली 2 कुंभ स्पेशल ट्रेनों के साथ, महानगरी एक्सप्रेस ट्रेन, दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन सहित अन्य ट्रेने प्रयागराज की ओर रवाना होती रही लेकिन श्रद्धालुओ की भीड़ थमने का नाम नही ले रही थी।  पहले से यात्रियों से खचाखच भरी ट्रेनों में कई बोगियों के गेट नहीं खोले जा रहे थे जिस कारण विवाद की स्थिति भी निर्मित हो गई। कुछ यात्री ट्रेन में चढ़ने के दौरान विवाद करने लगे और जमकर लात घूसे चले इस दौरान जीआरपी और आरपीएफ पुलिस यहां से नदारत रही। प्रयागराज जाने वाली जो भी ट्रेने स्टेशन पहुँची उसमें जगह पाने यात्री जद्दोजहद करते नजर आए। वही कुछ यात्री भीड़ देख कर अपने-अपने घरों को भी वापस लौट गए। उन्हें रात स्टेशन के बाहर रेलवे प्रशासन द्वारा बनाए गए टेंट में ही काटनी पड़ी। रात भर प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ स्टेशन में एकत्रित होती रही।

 *कुम्भकाल का योग है,लूट सके तो लूट* *144 साल तक पछताएगा प्राण जाएंगे छूट*

सुनते हैं यह टेंट भी आपदा में कमाई का अवसर बनाया गया है l  सूत्रों का कहना है कि रेलवे के अफसरान इस टेंट का प्रतिदिन अठारह हजार रुपया किराया भुगतान करवा रहे हैं जिसमें लाखों की मासिक बंदरबाँट का इंफ्रास्ट्रक्चर कागजों पर बनाया गया है l जनता जाप कर रही है कि -कुम्भ नाम पे लूट है लूट सके तो लूट -144 साल बाद ज़ब आएगा प्राण जाएंगे छूट l

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