जिसकी हैं छवि ख़राब वो अपनी प्रशंसा बताएगा ज्यादा, जिसके पास होगा ज्यादा ज्ञान वो रहेगा शांत, शांत होना बुद्धिजीवी होने की पहचान
जिसकी हैं छवि ख़राब वो अपनी प्रशंसा बताएगा ज्यादा, जिसके पास होगा ज्यादा ज्ञान वो रहेगा शांत, शांत होना बुद्धिजीवी होने की पहचान ढीमरखेड़ा | इंसान के भीतर की खामोशी और उसके बाहरी आचरण के बीच के अंतर को उजागर करता है। यहां एक रहस्यमय रूप से हमें यह बताया जा रहा है कि जिनमें गहरी समझ, अनुभव और आत्मीयता होती है, वे बाहर से शांत और शांतिपूर्ण दिखाई देते हैं। जबकि जो इंसान दिखावा करते हैं या जिनमें आंतरिक शांति की कमी होती है, उनका शोर अक्सर ज्यादा होता है । जब हम सोचते हैं, समझते हैं और अपने भीतर की गहराई को महसूस करते हैं, तो हम अपने विचारों को व्यक्त करते समय कम शोर करते हैं, और हमारी खामोशी में भी गहरी आवाज़ होती है। दूसरी ओर, जिनके पास आत्मिक गहराई नहीं होती या जिनके पास कहने के लिए कुछ ठोस नहीं होता, वे बाहरी शोर करते हैं, ताकि उनकी कमी छिपी रहे। *समुंदर और दरिया का प्रतीकात्मक अर्थ* "दरिया" और "समुंदर" दोनों ही विशाल जलराशियाँ हैं, जो अपने आप में एक दुनिया की तरह होती हैं। दरिया का शोर यह दर्शाता है कि यह अपने रास्ते पर बहुत तेजी से बहता है, और जो पानी इसमें हो...