मुख्यमंत्री जन - कल्याण शिविर का ग्राम पंचायत पचपेढ़ी में हुआ आयोजन, ग्रामवासियों को मिलेगा योजना का लाभ
मुख्यमंत्री जन - कल्याण शिविर का ग्राम पंचायत पचपेढ़ी में हुआ आयोजन, ग्रामवासियों को मिलेगा योजना का लाभ
ढीमरखेड़ा | मुख्यमंत्री जन कल्याण शिविर एक ऐसा कार्यक्रम है, जो शासन और जनता के बीच संवाद को मजबूत करने और विभिन्न योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाने का उद्देश्य रखता है। इसी क्रम में ग्राम पंचायत पचपेढ़ी में आयोजित शिविर ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस शिविर में कुल 150 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से केवल 29 आवेदनों का तत्काल निराकरण किया गया, जबकि शेष 121 आवेदन लंबित रखे गए हैं, जिनका भौतिक सत्यापन किया जाएगा। यह शिविर अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया, जिन्होंने शिविर के सुचारू संचालन में अपनी भूमिका निभाई।
*ग्राम पंचायत पचपेढ़ी में शिविर का आयोजन*
मुख्यमंत्री जन कल्याण शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना और जनता की समस्याओं का समाधान करना है। यह शिविर शासन और जनता के बीच एक सेतु का कार्य करता है, जहां जनता अपनी समस्याएं सीधे अधिकारियों के सामने रख सकती है।इस शिविर में ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने और उनका निराकरण करने के साथ-साथ विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके तहत किसानों, मजदूरों, महिलाओं और गरीब परिवारों के लिए विशेष योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया।
*शिविर में प्राप्त आवेदन और उनका निराकरण*
शिविर में कुल 150 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 29 आवेदनों का मौके पर ही समाधान कर दिया गया।ग्रामीणों ने अपने आवास निर्माण से संबंधित समस्याएं दर्ज कराईं। शिविर में 10 से अधिक मामलों का समाधान किया गया, और लाभार्थियों को आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। कई ग्रामीणों ने नए राशन कार्ड बनवाने और पुराने राशन कार्ड में सुधार के लिए आवेदन किया। शिविर में 5 मामलों का समाधान किया गया। वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन और विकलांग पेंशन से जुड़े आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से 8 आवेदनों का निराकरण किया गया।किसानों ने सिंचाई सुविधाओं, खाद-बीज की उपलब्धता और कृषि उपकरणों से संबंधित समस्याएं दर्ज कीं। इस पर प्राथमिकता के आधार पर विचार किया गया। शेष 121 आवेदन विभिन्न कारणों से लंबित रखे गए।
*भूमि विवाद और म्यूटेशन से जुड़े मामले*
विधवा एवं विकलांग पेंशन का सत्यापन, सरकारी योजनाओं के तहत ऋण और सब्सिडी का आवेदन
शिविर में उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारी, शिविर को सफल बनाने के लिए कई अधिकारी और कर्मचारियों ने भाग लिया। उनकी उपस्थिति ने न केवल शिविर के संचालन में योगदान दिया, बल्कि जनता का विश्वास भी बढ़ाया।
*सरपंच शिवचरण पटैल*
उन्होंने शिविर का नेतृत्व किया और ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को निर्देशित किया।
*उप सरपंच विवेक रिंकू मिश्रा*
उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर शिविर को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
*सचिव धनेंद्र मिश्रा*
ग्राम पंचायत के सचिव के रूप में उन्होंने सभी आवेदनों का पंजीकरण सुनिश्चित किया और समस्याओं के समाधान में भाग लिया।
*उपयंत्री मनीष हल्दकार और मनीष मिश्रा*
इन दोनों ने तकनीकी मामलों, जैसे सिंचाई और जल परियोजनाओं, में ग्रामीणों को सलाह दी। प्रमोद गौतम और निलेश ने शिविर के दौरान आवेदनों की प्रक्रिया और सत्यापन में मदद की।
*शिविर का हुआ आयोजन*
इस शिविर ने ग्रामीण जनता को अपनी समस्याएं रखने और समाधान पाने का एक मंच प्रदान किया। यह कार्यक्रम न केवल सरकार की योजनाओं को लागू करने में सहायक रहा, बल्कि अधिकारियों और जनता के बीच विश्वास भी बढ़ाया। हर ग्राम पंचायत में नियमित अंतराल पर ऐसे शिविर आयोजित किए जाने चाहिए। लंबित मामलों की स्थिति का समय-समय पर आकलन किया जाए और जनता को इसकी जानकारी दी जाए। अधिकारियों को पर्याप्त संसाधन और सहायता प्रदान की जाए, ताकि वे समय पर समस्याओं का समाधान कर सकें।
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