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ब्रह्मा जी से बढ़कर बम्हनी हल्का पटवारी अजय गौटिया , ब्रह्मा जी तो बात सुन सकते हैं शायद पर पटवारी अजय गौटिया नहीं, पटवारी अजय गौटिया की कार्यप्रणाली से ग्राम पंचायत बम्हनी के ग्रामवासी परेशान काम करवाने को लेकर लगाने पड़ते हैं अनेकों चक्कर तब भी पटवारी नही करते कोई काम

 ब्रह्मा जी से बढ़कर बम्हनी हल्का पटवारी अजय गौटिया , ब्रह्मा जी तो बात सुन सकते हैं शायद पर पटवारी अजय गौटिया नहीं, पटवारी अजय गौटिया की कार्यप्रणाली से ग्राम पंचायत बम्हनी के ग्रामवासी परेशान काम करवाने को लेकर लगाने पड़ते हैं अनेकों चक्कर तब भी पटवारी नही करते कोई काम



ढीमरखेड़ा |  शीर्षक पढ़कर दंग मत होना यह कहानी है बम्हनी हल्का पटवारी अजय गौटिया की, पटवारी का कार्य ग्रामीण क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह न केवल भूमि रिकॉर्ड की संधारण करने का काम करता है, बल्कि भूमि संबंधित मामलों में लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलवाता है। ग्राम पंचायत बम्हनी के ग्रामवासियों का कहना है कि पटवारी अजय गौटिया की कार्यप्रणाली से वे काफी परेशान हैं। यहां के लोग बताते हैं कि काम करवाने के लिए उन्हें कई बार पटवारी के पास चक्कर लगाने पड़ते हैं, लेकिन फिर भी कोई काम नहीं होता। इस प्रकार की कार्यप्रणाली से न केवल ग्रामीणों का समय बर्बाद होता है, बल्कि उनका विश्वास भी सरकारी तंत्र से उठ जाता है। पटवारी का मुख्य कार्य भूमि रिकॉर्ड की संधारण करना, भू-संस्कार और अन्य भूमि से संबंधित कार्यों की रिपोर्ट बनाना और इन्हें संबंधित अधिकारियों तक पहुँचाना होता है। इसके अलावा, पटवारी को फसली खसरा, नकल, भूमि से संबंधित विवादों का निपटारा, माप-जोख, नामांतरण, और कृषि योजनाओं का लाभ भी प्रदान करना होता है। ग्राम पंचायत बम्हनी के ग्रामवासियों का आरोप है कि पटवारी अजय गौटिया इन कार्यों में लापरवाही बरतते हैं और उनकी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाने में कोताही करते हैं।

 *काम करने के लिए बार-बार चक्कर लगाने के कारण ग्रामवासी होते हैं परेशान*

ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी छोटे से काम को करवाने के लिए उन्हें पटवारी के पास बार-बार चक्कर लगाने पड़ते हैं। जब वे काम के बारे में पूछते हैं तो पटवारी कभी अनुपस्थित होते हैं, कभी वे काम को टालते हैं, और कभी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता। इस प्रकार की स्थिति से ग्रामीणों में काफी निराशा और गुस्सा पैदा हो गया है। उन्होंने कई बार अपने काम के लिए पटवारी से निवेदन किया है, लेकिन उन्हें कोई ठोस उत्तर नहीं मिला है।

 *काम न करने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं?*

पटवारी अजय गौटिया की कार्यप्रणाली में लापरवाही और अकर्मण्यता के कई कारण हो सकते हैं। पटवारी के पास कामों की अधिकता हो सकती है, जिससे वह ग्रामीणों के काम पर ध्यान नहीं दे पाते। साथ ही, यदि पटवारी को अपना काम करने में रुचि नहीं है, तो वह जानबूझकर काम में देरी करते हैं। कभी-कभी, पटवारी को सटीक जानकारी देने या रिकॉर्ड की स्थिति को सही करने में प्रशासनिक समस्याएँ आ सकती हैं, जो काम में विलंब का कारण बनती हैं। ग्रामीणों का आरोप यह भी है कि पटवारी कुछ मामलों में भ्रष्टाचार करते हैं और बिना किसी लाभ के काम नहीं करते। ग्रामीणों से घूस लेने की कोशिश की जाती है, और बिना घूस दिए काम में कोई मदद नहीं मिलती।

 *ग्रामवासी परेशान पटवारी नहीं करता कोई काम*

पटवारी की कार्यप्रणाली में देरी के कारण ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार जमीन के मालिकाना हक से संबंधित मामले होते हैं, जिन्हें पटवारी को शीघ्र निपटाना होता है। यदि पटवारी काम में देरी करता है, तो जमीन संबंधी विवाद बढ़ सकते हैं, जिससे ग्रामीणों को कानूनी दांवपेंचों का सामना करना पड़ता है। कई बार पटवारी के द्वारा समय पर काम न किए जाने के कारण, ग्रामीण सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते। उदाहरण के लिए, नामांतरण में देरी के कारण सरकारी योजनाओं में लाभ लेने में समस्या हो सकती है। जब ग्रामीणों को यह महसूस होता है कि उनका काम बिना किसी ठोस कारण के लटकाया जा रहा है, तो उनका सरकारी तंत्र पर विश्वास कमजोर पड़ता है। इससे सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता भी घट जाती है।ग्राम पंचायत बम्हनी के निवासी अक्सर इस प्रकार की समस्या के बारे में पंचायत सदस्य और अन्य स्थानीय अधिकारियों से शिकायत करते हैं। लेकिन जब तक उच्च अधिकारियों की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता, तब तक ये समस्याएँ बनी रहती हैं। ग्रामवासियों का मानना है कि यदि पटवारी को समय पर काम करने के लिए कड़ी चेतावनी दी जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए, तो स्थिति में सुधार हो सकता है।

 *सरकारी स्तर पर क्या कदम उठाए जा सकते हैं?*

बम्हनी के ग्रामवासियों की समस्याओं को देखते हुए, सरकार और प्रशासन को इस दिशा में कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए। यदि पटवारी के कार्यों को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से मॉनिटर किया जाए, तो यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि काम समय पर किया जाए और कोई लापरवाही न हो। इस प्रकार की प्रणाली से लोगों को उनके काम के बारे में त्वरित जानकारी मिल सकती है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पटवारी समय पर अपने काम को पूरा करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों को भी उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाए, ताकि वे अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें और बिना किसी दबाव के सरकारी कामों में मदद पा सकें। पटवारी अजय गौटिया की कार्यप्रणाली ग्राम पंचायत बम्हनी के ग्रामीणों के लिए एक बड़ी समस्या बन चुकी है। उनकी लापरवाही और काम में देरी ने ग्रामीणों का जीवन और अधिक कठिन बना दिया है। यह आवश्यक है कि प्रशासन इस दिशा में ध्यान दे और पटवारी की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए कड़ी कार्रवाई करें। ग्रामीणों को भी अपने अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे उचित समय पर अपने काम करवाने में सक्षम हो सकें।

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