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पत्रकार ओमकार शर्मा, ढीमरखेड़ा के पत्रकारों के लिए बने प्रेरणा स्रोत, पत्रकारिता में 25 वर्षों का हैं लंबा अनुभव, दैनिक भास्कर से किया था पत्रकारिता का प्रारंभ

 पत्रकार ओमकार शर्मा, ढीमरखेड़ा के पत्रकारों के लिए बने प्रेरणा स्रोत, पत्रकारिता में 25 वर्षों का हैं लंबा अनुभव, दैनिक भास्कर से किया था पत्रकारिता का प्रारंभ 



ढीमरखेड़ा | पत्रकारिता एक ऐसा पेशा है जो समाज के हर पहलू को उजागर करता है। यह न केवल सूचनाओं का आदान-प्रदान करता है, बल्कि समाज के मुद्दों को उठाने और उन्हें हल करने में अहम भूमिका निभाता है। ढीमरखेड़ा क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार ओमकार शर्मा इस पेशे का जीता-जागता उदाहरण हैं। उन्होंने 25 वर्षों से अपनी लेखनी के माध्यम से पत्रकारिता के उच्च मानदंड स्थापित किए हैं। उनका नाम न केवल ढीमरखेड़ा बल्कि पूरे क्षेत्र में पत्रकारिता के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में लिया जाता है।

*पत्रकारिता की शुरुआत*

ओमकार शर्मा ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत प्रतिष्ठित समाचार पत्र दैनिक भास्कर से की थी। उस समय पत्रकारिता में डिजिटल युग का प्रवेश नहीं हुआ था, और प्रिंट मीडिया का ही बोलबाला था। उन्होंने अपने लेखों में समाज की ज्वलंत समस्याओं, प्रशासनिक अनियमितताओं, और जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाया। उनकी लेखनी में समाज के हर वर्ग की पीड़ा और संघर्ष को उजागर करने का विशेष गुण है।शुरुआत से ही उनकी लेखनी में गहराई और धारापन था, जिसने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक अलग पहचान दिलाई। उन्होंने अपने लेखों में निष्पक्षता और पारदर्शिता का हमेशा ख्याल रखा, जो आज के समय में पत्रकारिता का मूल आधार है।

*ढीमरखेड़ा के पत्रकारों के लिए प्रेरणा स्रोत*

ढीमरखेड़ा जैसे ग्रामीण क्षेत्र में पत्रकारिता करना आसान नहीं है। यहां संसाधनों की कमी और सूचनाओं तक पहुंच की सीमाएं हैं। लेकिन ओमकार शर्मा ने इन चुनौतियों का सामना करते हुए न केवल अपने लिए एक मजबूत पहचान बनाई, बल्कि क्षेत्र के अन्य पत्रकारों को भी प्रेरित किया। उनकी कार्यशैली, धैर्य और लेखन का तरीका ढीमरखेड़ा के नवोदित पत्रकारों के लिए एक मार्गदर्शक बन चुका है। वह नए पत्रकारों को सिखाते हैं कि कैसे समाज के असली मुद्दों को उठाया जाए और पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए रखा जाए। उनकी सलाह और मार्गदर्शन ने कई युवाओं को पत्रकारिता के क्षेत्र में सफल बनाया है।

*अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच सम्मान*

ओमकार शर्मा की पत्रकारिता का सबसे बड़ा पहलू यह है कि वह समाज के हर वर्ग के साथ संवाद स्थापित करने में सक्षम हैं। ढीमरखेड़ा क्षेत्र के अधिकारी और कर्मचारी उनका सम्मान करते हैं। इसका मुख्य कारण है उनकी निष्पक्ष पत्रकारिता।उन्होंने कभी भी किसी विशेष वर्ग, संगठन, या व्यक्ति के पक्ष में पत्रकारिता नहीं की। उनका उद्देश्य हमेशा समाज की भलाई रहा है। चाहे वह किसी भ्रष्टाचार का मामला हो, सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन, या फिर ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं उन्होंने हर विषय पर गहनता से लिखा। उनकी लेखनी में सच्चाई और पारदर्शिता झलकती है, जिससे उन्हें सभी का सम्मान प्राप्त हुआ।

*लेखनी के धनी ओमकार शर्मा*

पत्रकार ओमकार शर्मा की लेखनी को "धनी" कहना बिल्कुल सही होगा। उनके लेख केवल सूचनाएं नहीं देते, बल्कि पाठकों को सोचने पर मजबूर करते हैं। उनके लेखन में गहराई, तथ्य, और भावनाओं का अद्भुत संयोजन है। उनकी लेखनी का प्रभाव यह है कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे प्रशासन और सरकार तक पहुंचते हैं। कई बार उनके लेखों के आधार पर सरकारी योजनाओं में सुधार हुआ है और लोगों को न्याय मिला है। उनकी लेखनी में समाज के प्रति गहरी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता झलकती है।

*25 वर्षों का गौरवशाली करियर*

25 वर्षों तक किसी भी पेशे में टिके रहना अपने आप में एक उपलब्धि है, और जब बात पत्रकारिता की हो, तो यह और भी बड़ी हो जाती है। इस क्षेत्र में टिके रहने के लिए धैर्य, समर्पण, और निरंतर सीखने की क्षमता की आवश्यकता होती है।ओमकार शर्मा ने न केवल पत्रकारिता के इस लंबे सफर को सफलतापूर्वक पूरा किया है, बल्कि हर दिन अपने कार्य में नयापन लाने का प्रयास किया है। उनकी मेहनत और समर्पण के कारण ही वह आज ढीमरखेड़ा के सबसे विश्वसनीय पत्रकारों में से एक हैं।

*लेखनी के हिसाब से पत्रकारिता में नाम कमाया बड़ी - बड़ी बाते बताकर नहीं*

हर पत्रकार को अपने करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ओमकार शर्मा भी इससे अछूते नहीं रहे। उनके सामने भी कई बार ऐसी परिस्थितियां आईं, जब उनकी निष्पक्षता को चुनौती दी गई। लेकिन उन्होंने कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उनके इस संघर्ष ने न केवल उन्हें मजबूत बनाया, बल्कि पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए रखने की प्रेरणा दी। उनकी यह दृढ़ता ही उन्हें अन्य पत्रकारों से अलग बनाती है।

*हर जगह ओमकार शर्मा की दिखती हैं पत्रकारिता*

पत्रकारिता के माध्यम से समाज को बदलने में ओमकार शर्मा का योगदान अमूल्य है। उन्होंने अपने लेखों के माध्यम से कई सामाजिक मुद्दों को उठाया और उनके समाधान की दिशा में पहल की। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की स्थिति पर कई रिपोर्ट प्रकाशित कीं, जिनके आधार पर स्थानीय प्रशासन ने कदम उठाए। स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और अव्यवस्था को उजागर करने में उनकी लेखनी ने अहम भूमिका निभाई। कई बार उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दों को उजागर किया, जिससे जनता को न्याय मिला। पत्रकार ओमकार शर्मा केवल एक नाम नहीं, बल्कि पत्रकारिता के उस आदर्श का प्रतीक हैं, जो समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को सर्वोपरि मानता है। उनकी लेखनी, उनके विचार, और उनके संघर्ष ढीमरखेड़ा ही नहीं, बल्कि हर उस क्षेत्र के पत्रकारों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जहां पत्रकारिता को एक मिशन के रूप में देखा जाता है। उनके 25 वर्षों का यह सफर पत्रकारिता के छात्रों, नवोदित पत्रकारों, और पूरे समाज के लिए सीखने का अवसर है। उनके द्वारा स्थापित किए गए मानदंड आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक रहेंगे।

टिप्पणियाँ

  1. भाई शर्मा जी को बहुत बहुत शुभकामनाएँ । समाज के सुधार के लिए येसे ही आप अपना सहयोग प्रदान करते रहे ।

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