सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

दिसंबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल उमरियापान में कान्हा सोनी की हुई प्रखंड संयोजक के पद पर नियुक्ति, उमरियापान प्रखंड के प्रखंड संयोजक कान्हा सोनी को सौपी गई नई जिम्मेदारी

 विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल उमरियापान में कान्हा सोनी की हुई प्रखंड संयोजक के पद पर नियुक्ति, उमरियापान प्रखंड के प्रखंड संयोजक कान्हा सोनी को सौपी गई नई जिम्मेदारी ढीमरखेड़ा | विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल, भारतीय संस्कृति और हिंदुत्व के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित संगठन है। इस संगठन में कार्य करने वाले व्यक्तियों का उद्देश्य समाज में धर्म, सेवा, और संस्कार को बढ़ावा देना होता है। हाल ही में, कटनी जिले के उमरियापान प्रखंड में बजरंग दल के प्रखंड संयोजक के रूप में कान्हा सोनी को नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति क्षेत्र में संगठन के कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए की गई है। कान्हा सोनी ने अपनी नियुक्ति के अवसर पर कहा कि उन्हें उमरियापान क्षेत्र के लोगों की सेवा का अवसर मिला है और वे इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और मेहनत से निभाएंगे। उनकी यह प्रतिबद्धता संगठन के उद्देश्यों को मजबूत करने के साथ-साथ क्षेत्र में सेवा और समर्पण की भावना को बढ़ावा देने का कार्य करेगी। किसी भी संगठन में नेतृत्व की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। प्रखंड संयोजक के रूप में कान्हा सोनी की नियुक्ति यह दर्शाती है क...

क्षेत्र में आई बाढ़ से प्रभावित सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर बड़वारा विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, बड़वारा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह का योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर ने कराया था ध्यान आकर्षित

 क्षेत्र में आई बाढ़ से प्रभावित सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर बड़वारा विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, बड़वारा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह का योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर ने कराया था ध्यान आकर्षित  ढीमरखेड़ा | शीर्षक पढ़कर दंग मत होना यह कहानी है लोगों के दिल जीतने वाले विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह एवं योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की जो क्षेत्र के विकास में कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। तहसील क्षेत्र ढीमरखेड़ा में जुलाई माह में आई भीषण बाढ़ ने न केवल आम जनजीवन को प्रभावित किया, बल्कि क्षेत्र की बुनियादी संरचना को भी नुकसान पहुंचाया है। कई सड़कों और पुल-पुलियों के क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों का जीवन कठिन हो गया है। क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर बड़वारा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र ने एक बार फिर इस गंभीर मुद्दे को जनप्रतिनिधियों और सरकार के समक्ष प्रमुखता से उठाया है। जुलाई 2024 में आई बाढ़ ने ढीमरखेड़ा और आसपास के क्षेत्रों की 12 से अधिक ग्राम पंचायतों को व्यापक रूप से प्रभावित किया। इन पंचायतों में घुघरा, पिपरिया शुक्...

उन घरों में जहाँ मिट्टी के घड़े रहते हैं,क़द में छोटे हों मगर लोग बड़े रहते हैं, मैंने फल देख के इन्सानों को पहचाना है, जो बहुत मीठे हों अन्दर से सड़े रहते हैं

 उन घरों में जहाँ मिट्टी के घड़े रहते हैं,क़द में छोटे हों मगर लोग बड़े रहते हैं, मैंने फल देख के इन्सानों को पहचाना है, जो बहुत मीठे हों अन्दर से सड़े रहते हैं  ढीमरखेड़ा | दैनिक ताज़ा खबर के प्रधान संपादक राहुल पाण्डेय कहते हैं, "उन घरों में जहाँ मिट्टी के घड़े रहते हैं, क़द में छोटे हों मगर लोग बड़े रहते हैं।" इस कथन में मिट्टी के घड़ों को एक प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है। भारतीय समाज में मिट्टी के घड़े सादगी, प्रकृति से जुड़ाव, और विनम्रता के प्रतीक माने जाते हैं। ऐसे घरों में रहने वाले लोग साधारण जीवन जीते हैं, परंतु उनके चरित्र में गहराई और उदारता होती है। मिट्टी के घड़े ठंडा पानी तो रखते ही हैं, साथ ही यह दर्शाते हैं कि जिन लोगों का जीवन सरल और संतुलित होता है, वे समाज में वास्तविक रूप से "बड़े" होते हैं। इसका मतलब यह है कि सादगी और सहृदयता से जीने वाले लोग अपने कर्मों और नैतिक मूल्यों के कारण समाज में उच्च स्थान रखते हैं, न कि अपनी संपत्ति या भौतिक उपलब्धियों के कारण। *फल और इंसान के स्वभाव का तुलनात्मक अध्ययन* "मैंने फल देख के इंसानों को पहचान...

MPPSC के छात्र अपनी मांगों को लेकर कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन, अगर उनकी मांगों पर नहीं किया गया अमल तो प्रदर्शन करेगा उग्र रूप धारण

 MPPSC के छात्र अपनी मांगों को लेकर कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन, अगर उनकी मांगों पर नहीं किया गया अमल तो प्रदर्शन करेगा उग्र रूप धारण  ढीमरखेड़ा | शीर्षक पढ़कर दंग मत होना यह कहानी है मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) द्वारा आयोजित परीक्षाओं और भर्ती प्रक्रियाओं की , जिसमें शिक्षा और रोजगार के अवसरों के लिए लड़ रहे छात्रों की समस्याओं का समाधान करने के लिए सुधार की आवश्यकता की बात की जा रही है। हाल ही में, राष्ट्रीय शिक्षित युवा संघ (NEYU) के बैनर तले छात्रों ने एमपीपीएससी के खिलाफ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने परीक्षा प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता और सुधार की मांग की, उल्लेखनीय हैं कि इस आंदोलन की शुरुआत 18 दिसंबर, 2024 को हुई थी और यह तीसरे दिन तक जारी रहा। स्मरण रहे कि एमपीपीएससी राज्य के सरकारी नौकरियों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार है। यह परीक्षा मध्य प्रदेश राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में नियुक्तियों के लिए आयोजित की जाती है। छात्रों का आरोप है कि एमपीपीएससी द्वारा परीक्षा परिणामों की घोषणा और मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है। वे चा...

जनभागीदारी समिति शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा अध्यक्ष अटल बिहारी बाजपेई की अगुवाई में शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा में जनभागीदारी समिति की बैठक हुई संपन्न, सदस्यों ने दिया सुझाव

 जनभागीदारी समिति शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा अध्यक्ष अटल बिहारी बाजपेई की अगुवाई में शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा में जनभागीदारी समिति की बैठक हुई संपन्न, सदस्यों ने दिया सुझाव  ढीमरखेड़ा | शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा में जनभागीदारी समिति की बैठक का आयोजन जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अटल बिहारी बाजपेई एडवोकेट की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। यह बैठक शिक्षा और छात्र हितों से संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श करने और महाविद्यालय के विकास के लिए प्रभावी निर्णय लेने के उद्देश्य से आयोजित की गई। बैठक में शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य सुनील बाजपेई, शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा के प्रभारी प्राचार्य रजनीश कुशवाहा, और जनभागीदारी समिति के विशेष आमंत्रित सदस्यगण जैसे शंकर तिवारी, पंडित सुरेश त्रिपाठी, विजय सोनी, रामखिलावन मिश्रा, ब्रजेश सोनी, स्वाति तिवारी, विनय ज्योतिषी (सरपंच सिमरिया), और जगदीश झारिया (सरपंच पोंडी कला बी) की उपस्थिति रही। महाविद्यालय स्टॉप के सुझावों और सामूहिक विचार-विमर्श से छात्र हित में कई प्रस्ताव पारित किए गए। इस बैठक का उद्देश्य महाविद्यालय में चल रह...

जन समस्याओं को लेकर पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं ने विधायक से की भेंट उमरियापान में आधार सेंटर अतिशीघ्र प्रारंभ करने एवं धान परिवहन का मुद्दा भी उठाया

 जन समस्याओं को लेकर पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं ने विधायक से की भेंट  उमरियापान में आधार सेंटर अतिशीघ्र प्रारंभ करने एवं धान परिवहन का मुद्दा भी उठाया   ढीमरखेड़ा। क्षेत्रीय विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह के निवास बड़वारा स्थित पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर जन समस्याओं से विधायक को अवगत कराया। इसके साथ ही काफी लंबे समय से उमरियापान में आधार सेंटर बंद है जिस कारण से क्षेत्रीय नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आधार कार्ड से जुड़े कार्यों के लिये ढीमरखेड़ा जाना पड़ रहा है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि ढीमरखेड़ा तहसील में काफी लंबे समय से धान का परिवहन बंद है जिस कारण से धान की तुलाई  नहीं हो पा रही है। विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह के द्वारा सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुये तत्काल संबंधित अधिकारियों को समस्या निराकरण करने चर्चा की गई। इस दौरान मंडल अध्यक्ष आशीष चौरसिया,  जिला उपाध्यक्ष संदीप सोनी, नगर अध्यक्ष प्रदीप चौरसिया, बूथ अध्यक्ष विवेक रिंकू मिश्रा, बूथ महामंत्री दिनेश असाटी सहित अन्य उपस्थित रहे।

नवांकुर संस्थाओं की क्षमता वृद्धि के लिए दिया प्रशिक्षण जिपं उपाध्यक्ष सहित अतिथियों ने प्रतिभागियों को वितरित किए प्रमाण पत्र,विषय विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव, योजनाओं की दी जानकारी

 नवांकुर संस्थाओं की क्षमता वृद्धि के लिए दिया प्रशिक्षण जिपं उपाध्यक्ष सहित अतिथियों ने प्रतिभागियों को वितरित किए प्रमाण पत्र,विषय विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव, योजनाओं की दी जानकारी कटनी:- मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद कटनी द्वारा नवांकुर संस्थाओं के क्षमता वृद्धि के लिए समृद्धि योजनांतर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण बिजौरी के मानव जीवन विकास समिति प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित किया गया।प्रशिक्षण में जिले के अलग अलग विकासखंडों के 30 प्रतिभागी शामिल हुए। प्रशिक्षण का शुभारंभ भारत माता और सरस्वती माता का पूजन और दीप प्रज्वलित कर किया गया।समापन सत्र में जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ,पूर्व मंडल अध्यक्ष अभिषेक ताम्रकार, जिला समन्वयक डॉ. तेजसिंह केशवाल ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। इसके पूर्व एनजीओ पाठशाला संचालक परशुराम तिवारी ने स्वालम्बन ग्राम और जैविक खेती विषय पर प्रशिक्षण दिया। आनंद विभाग डीपीएल अनिल कांबले ने व्यक्तित्व विकास के बारे में बताया। उद्यानिकी विभाग से प्रीति झारिया ने उद्यानिकी विभाग की जानकारी के साथ विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। डाइट व्यख्याता राजेन्द...

कटनी जिले की पहली जनपद ढीमरखेड़ा जो विकास कार्यों को लेकर हैं अव्वल जनपद अध्यक्ष सुनीता संतोष दुबे विकास कार्यों को लेकर हैं सबसे आगे , जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा विकास की बनी मिसाल, कटनी जिले की पहली जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा

 कटनी जिले की पहली जनपद ढीमरखेड़ा जो विकास कार्यों को लेकर हैं अव्वल जनपद अध्यक्ष सुनीता संतोष दुबे विकास कार्यों को लेकर हैं सबसे आगे , जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा विकास की बनी मिसाल, कटनी जिले की पहली जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा  ढीमरखेड़ा | कटनी जिले की पहली जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा ने विकास के मामले में जो मुकाम हासिल किया है, वह अन्य जनपदों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इसका श्रेय जाता है जनपद अध्यक्ष सुनीता संतोष दुबे को, जिन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता, समर्पण और दूरदर्शिता से यह सुनिश्चित किया है कि विकास के हर पहलू को प्राथमिकता दी जाए। ढीमरखेड़ा की जनपद अध्यक्ष सुनीता संतोष दुबे ने अपने कार्यकाल में विकास को सर्वोपरि रखते हुए कई ऐतिहासिक कदम उठाए। उनके नेतृत्व में ढीमरखेड़ा ने न केवल बुनियादी ढांचे के विकास में सुधार किया है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल प्रबंधन और महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी नए आयाम स्थापित किए हैं। उनका मानना है कि "जनता के जीवन स्तर को सुधारना ही वास्तविक विकास है।" यही कारण है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में विकास कार्यों को सर्वोच्च प्राथम...

कैलेण्डर वर्ष 2022 एवं कैलेण्डर वर्ष 2023 के पाण्डुलिपि अनुदान के तहत विजयराघवगढ़ की प्रियंका मिश्रा का साहित्य संग्रह में हुआ चयन, प्रियंका मिश्रा शिक्षक सूर्यकांत त्रिपाठी की बेटी हैं पढ़ने लिखने में पहले से रही होनहार

 कैलेण्डर वर्ष 2022 एवं कैलेण्डर वर्ष 2023 के पाण्डुलिपि अनुदान के तहत विजयराघवगढ़ की प्रियंका मिश्रा का साहित्य संग्रह में हुआ चयन, प्रियंका मिश्रा शिक्षक सूर्यकांत त्रिपाठी की बेटी हैं पढ़ने लिखने में पहले से रही होनहार ढीमरखेड़ा | साहित्यिक क्षेत्र में नए लेखकों को प्रोत्साहन और उनके कार्यों को प्रकाशित करने के लिए साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, भोपाल, ने कैलेण्डर वर्ष 2022 एवं 2023 के लिए कुल 80 पांडुलिपियों का चयन किया है। इस महत्वपूर्ण योजना के तहत विजयराघवगढ़ की प्रियंका मिश्रा का नाम भी सम्मिलित हुआ है। प्रियंका, जो शिक्षक सूर्यकांत त्रिपाठी की बेटी हैं, ने अपनी पहली कृति के रूप में काव्य संग्रह प्रस्तुत किया, जिसे 20,000 रुपये का अनुदान दिया गया है। प्रियंका मिश्रा साहित्य जगत में एक नई लेकिन होनहार प्रतिभा हैं। शिक्षक परिवार से आने वाली प्रियंका को पढ़ने और लिखने का शौक बचपन से ही था। उनके पिता सूर्यकांत त्रिपाठी ने हमेशा उनकी शिक्षा और रचनात्मकता को बढ़ावा दिया। उनकी लेखनी में ग्रामीण जीवन, मानवीय संवेदनाएं, और समाज की वास्तविकताएं झलकती हैं। प्रियंका का यह ...

धान के परिवहन में हो रही देरी को ध्यान में रखते हुए उमरियापान जनपद सदस्य शैलेंद्र पौराणिक एवं दबंग नेता सिद्धार्थ दीक्षित ने ढीमरखेड़ा अनुविभागीय अधिकारी को सौपा ज्ञापन, फांसी लगाने को तैयार किसान और खरीदी प्रभारी अगर कोई प्रभारी या किसान खत्म होगा तो ज़िम्मेदार होगा प्रशासन

 धान के परिवहन में हो रही देरी को ध्यान में रखते हुए उमरियापान जनपद सदस्य शैलेंद्र पौराणिक एवं दबंग नेता सिद्धार्थ दीक्षित ने ढीमरखेड़ा अनुविभागीय अधिकारी को सौपा ज्ञापन, फांसी लगाने को तैयार किसान और खरीदी प्रभारी अगर कोई प्रभारी या किसान खत्म होगा तो ज़िम्मेदार होगा प्रशासन  ढीमरखेड़ा | भारत में कृषि न केवल अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, बल्कि यह लाखों किसानों और उनके परिवारों की आजीविका का मुख्य स्रोत भी है। देश की अधिकांश जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर निर्भर है। ऐसे में धान जैसी प्रमुख फसल के परिवहन में हो रही देरी किसानों के लिए एक चुनौती बन गई हैं, विदित हों कि  हाल ही में उमरियापान जनपद सदस्य शैलेन्द्र पौराणिक द्वारा एसडीएम ढीमरखेड़ा को सौंपे गए ज्ञापन में इस मुद्दे को गहराई से उठाया गया है। धान, जिसे भारत का मुख्य खाद्यान्न माना जाता है, खरीफ फसल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह फसल देश के कई हिस्सों में लाखों किसानों की आय का मुख्य स्रोत है। फसल कटाई के बाद, किसानों को सरकार या निजी खरीदारों को अपनी फसल बेचने की आवश्यकता होती है। इसके लिए समय पर परिवहन ...

ढीमरखेड़ा में किए भ्रष्टाचार का परिणाम जबलपुर में जाकर भोग रहे अधिकारी ढीमरखेड़ा जैसे कार्य जबलपुर में किए तो निपटाए जा रहे हैं, ढीमरखेड़ा के अगर दूसरे अधिकारी जबलपुर स्थानांतरण करवाना चाहते हैं तो निश्चित ही वो भी निपटेगे , रिश्वतकांड मामला, शहपुरा एसडीएम रही नदीमा शीरी की भूमिका संदिग्ध, जल्द गिरेजी निलंबन की गाज, लोकायुक्त शहपुरा एसडीएम पर दर्ज करेंगी भ्रष्टाचार अधिनियम का मामला रिश्वतकांड के बाद ड्राईवर और किसान का आडियो हुआ वायरल

 ढीमरखेड़ा में किए भ्रष्टाचार का परिणाम जबलपुर में जाकर भोग रहे अधिकारी ढीमरखेड़ा जैसे कार्य जबलपुर में किए तो निपटाए जा रहे हैं, ढीमरखेड़ा के अगर दूसरे अधिकारी जबलपुर स्थानांतरण करवाना चाहते हैं तो निश्चित ही वो भी निपटेगे , रिश्वतकांड मामला, शहपुरा एसडीएम रही नदीमा शीरी की भूमिका संदिग्ध, जल्द गिरेजी निलंबन की गाज, लोकायुक्त शहपुरा एसडीएम पर दर्ज करेंगी भ्रष्टाचार अधिनियम का मामला रिश्वतकांड के बाद ड्राईवर और किसान का आडियो हुआ वायरल ढीमरखेड़ा। शहपुरा एसडीएम नदीमा शीरी के ड्राइवर को लोकायुक्त पुलिस के द्वारा किसान से डेढ़ लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद सिर्फ ड्राइवर पर की गई कार्यवाही से सवाल खड़े होने लगे हैं। किसानों के संगठन भारतीय किसान संघ ने प्रशासन के द्वारा की गई कार्यवाही के बाद एसडीएम नदीमा शीरी के निलंबन व उनकी संपत्ति की जाँच की माँग की है। वहीं जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल प्रभाव से एसडीएम को शहपुरा अनुविभाग से हटाकर मुख्यालय में पदस्थ कर दिया है और प्रभारी डिप्टी कलेक्टर कुलदीप पाराशर को शहपुरा अनुविभाग का अतिरिक्त प्रभार ...

लोगों के दिलों में राज करने वाले बड़वारा विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को लिखा पत्र, जनपद ढीमरखेड़ा के बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए की आवास की मांग, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर ने भी विधायक के साथ किया था क्षेत्र का दौरा

 लोगों के दिलों में राज करने वाले बड़वारा विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को लिखा पत्र, जनपद ढीमरखेड़ा के बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए की आवास की मांग, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर ने भी विधायक के साथ किया था क्षेत्र का दौरा ढीमरखेड़ा | बड़वारा विधानसभा के जनपद ढीमरखेड़ा में 24 से 25 जुलाई 2024 को हुई भारी वर्षा और अतिवृष्टि ने तबाही का मंजर खड़ा कर दिया। इस प्राकृतिक आपदा के कारण क्षेत्र के दर्जनों गांवों के हजारों परिवार प्रभावित हुए हैं। इस दौरान न केवल लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए बल्कि उनके जीवनयापन के साधनों पर भी गहरा प्रभाव पड़ा। विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह ने इस गंभीर स्थिति का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराने का आग्रह किया। *हर कार्य को लेकर रहते हैं सजग* ढीमरखेड़ा जनपद में 24-25 जुलाई को हुई भारी वर्षा से पोड़ी खुर्द, सिमरिया, पोड़ी कला, छोटा कछारगांव, पिपरिया शुक्ल, घुघरी, घुघरा, परसवारा, टोपी, बनहरी, ठिर्री, धौरेसर, सिल...

जनपद ढीमरखेड़ा की पंचायतों में आयोजित हुए जनकल्याण शिविर,जिला पंचायत के सीईओ श्री गेमावत के निर्देश पर जनकल्याण शिविरों में पात्र हितग्राही हो रहे लाभान्वित

 जनपद ढीमरखेड़ा की पंचायतों में आयोजित हुए जनकल्याण शिविर,जिला पंचायत के सीईओ श्री गेमावत के निर्देश पर जनकल्याण शिविरों में पात्र हितग्राही हो रहे लाभान्वित ढीमरखेड़ा | मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान के नोडल अधिकारी एवं जिला पंचायत के सीईओ श्री शिशिर गेमावत के निर्देश पर मंगलवार को 5 जनपद पंचायतों की 8 ग्राम पंचायतों के 15 ग्रामों में शिविर आयोजित किए गए। जिला पंचायत के सीईओ श्री गेमावत ने शत प्रतिशत सैचुरेशन हेतु केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की योजनाओं एवं सेवाओं के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित कराए जाने हेतु जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। मंगलवार को जनपद पंचायत कटनी की पिपरिया, गाता खेड़ा और कटंगी कला, रीठी की गुरजी कलां, विजयराघवगढ़ की खरखरी और हथेड़ा, बहोरीबंद की खमतरा, गाड़ा और बाकल, ढीमरखेड़ा की बरहटा, कुसरी, पड़रिया, घाना, सुनारखेड़ा और बम्हौरी आदि गांव में जनकल्याण शिविरों का आयोजन किया जाकर पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित कराया गया। आयोजित जनकल्याण शिविरों में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों कर्मचारियों की ...

प्रशांत मिश्रा पत्रकारिता में एक क्रांतिकारी आवाज, दैनिक रेवांचल टाइम्स अख़बार में अपनी अलख जगाने वाले पत्रकार प्रशांत मिश्रा जो कि पत्रकारिता की डिग्री करके ढीमरखेड़ा क्षेत्र और कटनी जिला में मचा रहे हैं तहलका, वकालत भी करके लोगों की करते हैं मदद

 प्रशांत मिश्रा पत्रकारिता में एक क्रांतिकारी आवाज, दैनिक रेवांचल टाइम्स अख़बार में अपनी अलख जगाने वाले पत्रकार प्रशांत मिश्रा जो कि पत्रकारिता की डिग्री करके ढीमरखेड़ा क्षेत्र और कटनी जिला में मचा रहे हैं तहलका, वकालत भी करके लोगों की करते हैं मदद ढीमरखेड़ा |  प्रशांत मिश्रा, जिनकी लेखनी में गहरी धारा है, पत्रकारिता के क्षेत्र में एक आदर्श पत्रकार के रूप में उभर कर सामने आए हैं। वे न केवल एक कुशल पत्रकार हैं, बल्कि वकालत में भी सक्रिय रूप से कार्यरत हैं, जिससे वे समाज के कमजोर वर्गों की मदद करते हैं। उनका लेखन, उनकी अनूठी शैली, और उनकी समझ समाज और प्रशासन पर गहरी छाप छोड़ते हैं। दैनिक रेवांचल टाइम्स के माध्यम से वे ढीमरखेड़ा क्षेत्र और कटनी जिले में अपनी लेखनी के जरिए तहलका मचा रहे हैं। *पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रशांत मिश्रा का योगदान* प्रशांत मिश्रा का पत्रकारिता से जुड़ाव लगभग 15 साल पुराना है। उन्होंने अपनी शुरुआत नवभारत समाचार पत्र से की थी, जहाँ उन्होंने कई महत्वपूर्ण खबरों और घटनाओं को कवर किया। इसके बाद, उनकी रुचि और कड़ी मेहनत के चलते वे दैनिक रेवांचल टाइम्स के साथ...

पत्रकार ओमकार शर्मा, ढीमरखेड़ा के पत्रकारों के लिए बने प्रेरणा स्रोत, पत्रकारिता में 25 वर्षों का हैं लंबा अनुभव, दैनिक भास्कर से किया था पत्रकारिता का प्रारंभ

 पत्रकार ओमकार शर्मा, ढीमरखेड़ा के पत्रकारों के लिए बने प्रेरणा स्रोत, पत्रकारिता में 25 वर्षों का हैं लंबा अनुभव, दैनिक भास्कर से किया था पत्रकारिता का प्रारंभ  ढीमरखेड़ा | पत्रकारिता एक ऐसा पेशा है जो समाज के हर पहलू को उजागर करता है। यह न केवल सूचनाओं का आदान-प्रदान करता है, बल्कि समाज के मुद्दों को उठाने और उन्हें हल करने में अहम भूमिका निभाता है। ढीमरखेड़ा क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार ओमकार शर्मा इस पेशे का जीता-जागता उदाहरण हैं। उन्होंने 25 वर्षों से अपनी लेखनी के माध्यम से पत्रकारिता के उच्च मानदंड स्थापित किए हैं। उनका नाम न केवल ढीमरखेड़ा बल्कि पूरे क्षेत्र में पत्रकारिता के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में लिया जाता है। *पत्रकारिता की शुरुआत* ओमकार शर्मा ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत प्रतिष्ठित समाचार पत्र दैनिक भास्कर से की थी। उस समय पत्रकारिता में डिजिटल युग का प्रवेश नहीं हुआ था, और प्रिंट मीडिया का ही बोलबाला था। उन्होंने अपने लेखों में समाज की ज्वलंत समस्याओं, प्रशासनिक अनियमितताओं, और जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाया। उनकी लेखनी में समाज के हर वर्ग की पीड़ा और सं...

सिद्धन धाम लोढ़ा पहाड़ की प्राकृतिक सुंदरता सबका मन मोह लेती हैं, सभी भक्तों की होती हैं मनोकामना पूर्ण, प्रभु के होते हैं प्रत्यक्ष दर्शन

 सिद्धन धाम लोढ़ा पहाड़ की प्राकृतिक सुंदरता सबका मन मोह लेती हैं, सभी भक्तों की होती हैं मनोकामना पूर्ण, प्रभु के होते हैं प्रत्यक्ष दर्शन  ढीमरखेड़ा | सिद्धन धाम लोढ़ा पहाड़, जिसे लोढ़ा वाले संत के नाम से भी जाना जाता है, मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील में स्थित एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल है। इस पवित्र स्थल की पहचान न केवल इसकी धार्मिक महत्ता से है, बल्कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक ऊर्जा इसे भक्तों के लिए एक अद्वितीय धाम बनाती है। यहां स्थित मंदिर श्री श्री 1008 सीता शरण जी महाराज को समर्पित है, जिन्हें लोग "कटाव वाले महाराज" के नाम से भी जानते हैं। यह स्थान अपनी अद्भुत आध्यात्मिक शक्ति और अलौकिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। लोढ़ा पहाड़ का इतिहास कई दशकों पुराना है। कहा जाता है कि इस स्थान पर संत लोढ़ा धाम वाले महाराज ने तपस्या की थी और यहां उन्हें सिद्धि प्राप्त हुई। उनकी कठोर तपस्या और आध्यात्मिक साधना ने इस पहाड़ को एक दिव्य ऊर्जा का केंद्र बना दिया। स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां आकर हर व्यक्ति को मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर...

महर्षि महेश योगी करौदी का दृश्य देखने योग्य, जो भी पर्यटक आए घूमने उनकी नज़र ठहर गई

 महर्षि महेश योगी करौदी का दृश्य देखने योग्य, जो भी पर्यटक आए घूमने उनकी नज़र ठहर गई  ढीमरखेड़ा | महर्षि महेश योगी भारतीय संस्कृति और वेदों के एक ऐसे अद्वितीय व्यक्तित्व थे, जिन्होंने विश्व स्तर पर भारतीय ज्ञान और भावातीत ध्यान (Transcendental Meditation) को लोकप्रिय बनाया। उनका जीवन प्रेरणादायक था और उनकी दूरदृष्टि ने भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर नई पहचान दी। उनके जीवन और उनके कार्यों की गहराई को समझना, न केवल उनके व्यक्तित्व को जानने का अवसर है, बल्कि यह भारतीय परंपरा और योग विज्ञान की महत्ता को भी समझने का मार्ग है। महर्षि महेश योगी का जन्म 12 जनवरी 1918 को छत्तीसगढ़ के पांडुका गांव में हुआ था। उनका वास्तविक नाम महेश प्रसाद श्रीवास्तव था। उनके पिता, रामप्रसाद श्रीवास्तव, राजस्व विभाग में कार्यरत थे और उनका तबादला जबलपुर हुआ, जिसके कारण परिवार गोसलपुर में आकर बस गया। महर्षि ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हितकारिणी स्कूल, जबलपुर से प्राप्त की और बाद में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी की उपाधि ली। गन कैरिज फैक्ट्री में लिपिक के रूप में उनकी नौकरी लगी, लेकिन यह नौकरी उनका अंतिम ...

मंहगाई की मार से आम आदमी परेशान , ईंट की बढ़ती कीमतो ने आम आदमी पर गिराया कहर, बिना लाइसेंस के चल रहे ईट भट्ठों पर होना चाहिए कार्यवाही

 मंहगाई की मार से आम आदमी परेशान , ईंट की बढ़ती कीमतो ने आम आदमी पर गिराया कहर, बिना लाइसेंस के चल रहे ईट भट्ठों पर होना चाहिए कार्यवाही  ढीमरखेड़ा | ईंट निर्माण उद्योग देश के विकास और आधारभूत संरचना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। घर, इमारत, सड़कों और अन्य संरचनाओं के निर्माण में ईंटों की मांग लगातार बढ़ रही है। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में ईंटों की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि देखने को मिली है। आज ईंट 8,000 से 9,000 रुपये प्रति ट्रॉली बिक रही है, जो आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही है। सवाल उठता है कि क्या मिट्टी, पानी और अन्य कच्चे माल की कीमतें बढ़ने से ईंट महंगी हुई है, या यह केवल एक नियामक ढांचे की कमी का परिणाम है? ईंट निर्माण के लिए उपजाऊ मिट्टी का उपयोग होता है, जो खेती के लिए भी महत्वपूर्ण है। लगातार ईंट भट्टों द्वारा मिट्टी का दोहन हो रहा है, जिससे इसकी कमी हो रही है। अब किसानों और अन्य स्रोतों से मिट्टी खरीदने की आवश्यकता पड़ती है, जो कीमत बढ़ाने में प्रमुख कारण है। ईंट निर्माण के लिए पानी की बड़ी मात्रा की आवश्यकता होती है। कई क्षेत्रों में जल संकट के कारण पानी की...

अनिल बागरी को सिलौड़ी का मंडल अध्यक्ष बनाने की उठी मांग, हजारों कार्यकर्ताओं की उम्मीद अनिल बागरी, अनेकों जवान में अनिल बागरी का नाम, नाम बस नहीं इनका काम बोलता हैं

 अनिल बागरी को सिलौड़ी का मंडल अध्यक्ष बनाने की उठी मांग, हजारों कार्यकर्ताओं की उम्मीद अनिल बागरी, अनेकों जवान में अनिल बागरी का नाम, नाम बस नहीं इनका काम बोलता हैं  ढीमरखेड़ा | सिलौड़ी क्षेत्र के समीप स्थित ग्राम पंचायत खमरिया बागरी के सरपंच अनिल सिंह बागरी का नाम भाजपा संगठन में एक समर्पित, कर्तव्यनिष्ठ, और कर्मठ नेता के रूप में विशेष पहचान रखता है। राजनीतिक क्षेत्र में उनकी सक्रियता और प्रतिबद्धता ने उन्हें जनता और कार्यकर्ताओं के बीच एक लोकप्रिय चेहरा बना दिया है। यही कारण है कि खमरिया बागरी सहित गौरा, कछार गांव बड़ा, इटौली, तिलमन, कुंसरी, और गनियारी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें सिलौड़ी मंडल अध्यक्ष बनाने की पुरजोर मांग उठाई है। *राजनीतिक सफर की शुरुआत और उपलब्धियां* अनिल सिंह बागरी ने मात्र 17 वर्ष की उम्र में सक्रिय राजनीति की शुरुआत की। 2004 से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में उन्होंने संगठन की विचारधारा और कार्यों को जमीनी स्तर पर जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया। उनके समर्पण और लगन ने उन्हें 2013 से 2016 तक सिलौड़ी मंडल उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करने का अवसर दिया।...

ढीमरखेड़ा बीईओ कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-02 अखिलेश त्रिपाठी को बात करने का लहज़ा नहीं शिक्षकों से करते हैं अभद्र भाषा में बात इनके विरूद्ध ईओडब्ल्यू और कोर्ट में चलेगा मामला , उमरियापान बालिका छात्रावास में फर्जी बिलों का खेल, भ्रष्टाचार की परतें

 ढीमरखेड़ा बीईओ कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-02 अखिलेश त्रिपाठी को बात करने का लहज़ा नहीं शिक्षकों से करते हैं अभद्र भाषा में बात इनके विरूद्ध ईओडब्ल्यू और कोर्ट में चलेगा मामला , उमरियापान बालिका छात्रावास में फर्जी बिलों का खेल, भ्रष्टाचार की परतें ढीमरखेड़ा | उमरियापान के बम्हनी ग्राम पंचायत के कुदवारी में स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालिका छात्रावास, जो छात्राओं को सुरक्षित और समृद्ध वातावरण प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था, अब भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का गढ़ बन चुका है। यहां पर शासन के नियमों को ताक पर रखकर व्यापक पैमाने पर आर्थिक अनियमितताएं की जा रही हैं। *फर्जी बिलों का खेल और नियमों की अनदेखी* बालिका छात्रावास में पदस्थ अधीक्षका गिरजा सिंह और ढीमरखेड़ा बीईओ कार्यालय में सहायक ग्रेड-02 अखिलेश त्रिपाठी के द्वारा फर्जी बिल लगाकर शासन के धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी सामग्री की खरीद बिना निविदा प्रक्रिया के नहीं की जा सकती। इसके बावजूद अधीक्षका और बाबू बिना निविदा प्रक्रिया अपनाए निजी फर्मों से सामग्री क्रय कर रहे हैं। इन फर्मों के पा...

जीवन का क्या ठिकाना माया हैं आनी जानी अभिमान नहीं करना थोड़ी सी जिंदगानी

 जीवन का क्या ठिकाना माया हैं आनी जानी अभिमान नहीं करना थोड़ी सी जिंदगानी  ढीमरखेड़ा |  "जीवन का क्या ठिकाना माया है आनी-जानी, अभिमान नहीं करना, थोड़ी सी जिंदगानी" इस विषय में दैनिक ताजा ख़बर के प्रधान संपादक राहुल पाण्डेय का कहना है कि जीवन एक रहस्यमय यात्रा है। यह विचार जीवन के अस्थिर और क्षणभंगुर स्वभाव को उजागर करता है, साथ ही यह हमें हमारी सीमित आयु और स्थायी मूल्यों को समझने की ओर प्रेरित करता है। जीवन एक पल में खिलता है और दूसरे ही पल मुरझा जाता है। मानव जीवन को प्रकृति की एक अस्थायी और नश्वर कृति माना गया है। जैसे सुबह की ओस सूरज की पहली किरण से गायब हो जाती है, वैसे ही हमारा जीवन भी समय की रेत पर एक लहर की तरह आता और चला जाता है। हमारे शास्त्रों और संतों ने हमेशा यह सिखाया है कि जीवन का असली मूल्य इसे समझने और इसके हर पल को सार्थक बनाने में है। यदि हम केवल माया-मोह और भौतिक सुखों के पीछे भागेंगे, तो हम इस जीवन की सच्चाई से दूर हो जाएंगे। *माया का जाल* माया का अर्थ है वह अस्थायी सुख जो हमें भटकाता है। हमारे धर्मग्रंथों में माया को जीवन की सबसे बड़ी बाधा के रूप में...

पुनर्गठन आयोग के समक्ष सिहोरा जिला का दावा प्रस्तुत किया

 पुनर्गठन आयोग के समक्ष सिहोरा जिला का दावा प्रस्तुत किया  ढीमरखेड़ा | सर्वदलीय लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने आज 12 दिसंबर को भोपाल पहुंचकर पुनर्गठन आयोग के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव को सिहोरा जिला बनाए जाने के संबंध में अपना दावा लिखित रूप में प्रस्तुत किया। समिति ने सिहोरा जिला क्यों बनाया जाना चाहिए इसके संदर्भ में विस्तृत ब्यौरा समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। सौंपे गए अभ्यावेदन में पूर्व में सिहोरा जिला के गठन की की गई कार्रवाई, आज तक राजनेताओं द्वारा दिए गए आश्वासन और सिहोरा जिला बनाए जाने से बहोरीबंद, ढीमरखेड़ा और मझौली के लोगों को मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में अपना पक्ष समिति द्वारा अध्यक्ष के सम्मुख रखा गया। समिति के संयोजक दिलीप दुबे की अगुवाई में भोपाल के हिंदी भवन में मौजूद पुनर्गठन आयोग के कार्यालय में उपस्थित सभी सदस्यों ने पूरी शिद्दत से सिहोरा जिला बनाए जाने की वकालत की। इस दौरान समिति के अनिल जैन, कृष्ण कुमार कुररिया, संतोष पांडे, विकास दुबे,सुशील जैन, नरेंद्र त्रिपाठी, आशीष भार्गव,संतोष वर्मा मानस तिवारी सहित अनेक समिति के सदस्य मौजूद थे। पुनर्गठन आयोग के...

लोगों के दिलों में राज करने वाले अनिल बागरी को सिलौड़ी का मंडल अध्यक्ष बनाने की उठी मांग, अनिल सिंह बागरी जैसा नेता न हुआ न होगा जनता के दिलों में बसता हैं अनिल बागरी, गरीबों के मसीहा के रुप में करते हैं कार्य

 लोगों के दिलों में राज करने वाले अनिल बागरी को सिलौड़ी का मंडल अध्यक्ष बनाने की उठी मांग, अनिल सिंह बागरी जैसा नेता न हुआ न होगा जनता के दिलों में बसता हैं अनिल बागरी, गरीबों के मसीहा के रुप में करते हैं कार्य  ढीमरखेड़ा | सिलौड़ी क्षेत्र के समीप स्थित ग्राम पंचायत खमरिया बागरी के सरपंच अनिल सिंह बागरी का नाम भाजपा संगठन में एक समर्पित, कर्तव्यनिष्ठ, और कर्मठ नेता के रूप में विशेष पहचान रखता है। राजनीतिक क्षेत्र में उनकी सक्रियता और प्रतिबद्धता ने उन्हें जनता और कार्यकर्ताओं के बीच एक लोकप्रिय चेहरा बना दिया है। यही कारण है कि खमरिया बागरी सहित गौरा, कछार गांव बड़ा, इटौली, तिलमन, कुंसरी, और गनियारी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें सिलौड़ी मंडल अध्यक्ष बनाने की पुरजोर मांग उठाई है। *राजनीतिक सफर की शुरुआत और उपलब्धियां* अनिल सिंह बागरी ने मात्र 17 वर्ष की उम्र में सक्रिय राजनीति की शुरुआत की। 2004 से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में उन्होंने संगठन की विचारधारा और कार्यों को जमीनी स्तर पर जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया। उनके समर्पण और लगन ने उन्हें 2013 से 2016 तक सिलौड़ी मंडल ...