सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

श्रमजीवी पत्रकार संघ ढीमरखेड़ा इकाई ने क्षेत्रीय सांसद हिमाद्री सिंह से पत्र के माध्यम से किया पत्रकार भवन की मांग, पत्रकारों को विश्वास कि हिमाद्री सिंह पत्रकार भवन को लेकर करेगी अपना ध्यान आकर्षित

 श्रमजीवी पत्रकार संघ ढीमरखेड़ा इकाई ने क्षेत्रीय सांसद हिमाद्री सिंह से पत्र के माध्यम से किया पत्रकार भवन की मांग, पत्रकारों को विश्वास कि हिमाद्री सिंह पत्रकार भवन को लेकर करेगी अपना ध्यान आकर्षित 



ढीमरखेड़ा | ढीमरखेड़ा क्षेत्र के पत्रकारों के लिए एक पत्रकार भवन का निर्माण अत्यंत आवश्यक है, और इसे लेकर श्रमजीवी पत्रकार संघ ढीमरखेड़ा इकाई ने क्षेत्रीय सांसद हिमाद्री सिंह का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है। पत्रकार भवन की मांग का समर्थन करते हुए यह कहा जा सकता है कि यह भवन न केवल पत्रकारों के कार्यस्थल की जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि उन्हें एक ऐसा मंच प्रदान करेगा जहाँ वे अपने विचारों को साझा कर सकेंगे और सामूहिक रूप से अपने पेशे के उत्थान के लिए काम कर सकेंगे। ढीमरखेड़ा जैसे ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत पत्रकार अक्सर विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करते हैं। उन्हें संवाद, चर्चा और मीटिंग्स के लिए एक स्थान की कमी रहती है, जिससे उनके कार्य की गुणवत्ता पर भी प्रभाव पड़ता है। पत्रकार भवन का निर्माण एक ऐसा स्थान प्रदान करेगा जहाँ वे स्वतंत्र रूप से बैठकें कर सकते हैं, अपने विचार साझा कर सकते हैं, और अपने मुद्दों को प्रभावी ढंग से प्रशासन और समाज के सामने रख सकते हैं।

*पत्रकार भवन के निर्माण से होने वाले लाभ*

 पत्रकार भवन से पत्रकारों को सामूहिक रूप से काम करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी एकता बढ़ेगी और वे अपने पेशे के मुद्दों पर संगठित रूप से आवाज उठा सकेंगे। इस भवन में विभिन्न प्रकार की कार्यशालाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकता है। इससे युवा पत्रकारों को नए तकनीकी कौशल सीखने का मौका मिलेगा और वे अपने कार्य को और भी बेहतर बना सकेंगे। पत्रकार भवन में एक मीडिया लाइब्रेरी भी स्थापित की जा सकती है, जहाँ से पत्रकारों को नवीनतम जानकारी और अनुसंधान सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। यह सूचना संकलन और प्रसार में सहायक सिद्ध होगा।

*सांसद हिमाद्री सिंह से अपेक्षाएं*

सांसद हिमाद्री सिंह से यह अपेक्षा की जाती है कि वे पत्रकार भवन की इस मांग को गंभीरता से लें और इसके निर्माण हेतु आवश्यक कदम उठाएँ। सांसद के समर्थन से पत्रकार भवन को शीघ्रता से पूर्ण किया जा सकता है। सांसद को पत्रकार भवन के निर्माण के लिए सरकारी फंडिंग या अन्य विकास योजनाओं से सहायता प्राप्त करने की दिशा में पहल करनी चाहिए। भवन निर्माण के लिए एक उपयुक्त स्थान का आवंटन करवाना भी उनकी प्राथमिकताओं में होना चाहिए। यह स्थान पत्रकारों के लिए आसानी से पहुंचने योग्य होना चाहिए, ताकि वे नियमित रूप से इसका उपयोग कर सकें। सांसद को स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर इस परियोजना को आगे बढ़ाने का काम करना चाहिए। स्थानीय प्रशासन की सहभागिता से भवन निर्माण में तेजी आएगी।

*पत्रकार भवन का होना बहुत जरूरी*

पत्रकार भवन न केवल पत्रकारों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि इसका समाज पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे पत्रकारिता की गुणवत्ता में सुधार आएगा, जिससे लोगों तक सही और सटीक खबरें पहुँच सकेंगी। समाज में पारदर्शिता बढ़ेगी और लोग अपनी समस्याओं को पत्रकारों के माध्यम से प्रशासन तक पहुँचाने में सक्षम होंगे। श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा की गई यह मांग ढीमरखेड़ा क्षेत्र के पत्रकारों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम है। सांसद हिमाद्री सिंह को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए और पत्रकार भवन के निर्माण की प्रक्रिया को शीघ्र शुरू करवाना चाहिए, जिससे पत्रकारों को उनका एक स्थायी ठिकाना मिल सके। इसी बीच श्रमजीवी पत्रकार संघ के जबलपुर संभागीय सचिव राहुल पाण्डेय, जिला कार्यवाहक अज्जू सोनी, जिला संचालक अनूप दुबे, तहसील अध्यक्ष रमेश पाण्डेय, महिला मोर्चा तहसील अध्यक्ष अभिलाषा तिवारी, सचिव पंकज तिवारी, ओमकार शर्मा, सतीश चौरसिया, सुशील मिश्रा, जितेन्द्र मिश्रा, रामेश्वर सोनू त्रिपाठी, राकेश यादव, अज्जू पटैल, नीलेश्वर पुरी, सोमनाथ पटैल, गोकुल दीक्षित, जगमोहन मिश्रा, देवेन्द्र मिश्रा, मुकेश यादव, सतेन्द्र बर्मन, गोविन्द गिरी गोस्वामी, श्रवण कुमार विश्वकर्मा एवं समस्त ढीमरखेड़ा श्रमजीवी पत्रकार संघ ने शहडोल संसदीय क्षेत्र क्षेत्रीय सांसद हिमाद्री सिंह से की पत्रकार भवन की मांग, लिहाज़ा समस्त पत्रकारों की रही उपस्थिति।

टिप्पणियाँ

popular post

उमरियापान सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र आदित्य, जूही के साथ बंधे सात - फेरो में सुख दुःख में साथ देने का लिया वचन, मंगल भवन उमरियापान में दी गई पार्टी, परिंदों को मंज़िल मिलेगी कभी न कभी यह फैले हुए उनके पंख बोलते हैं,वही लोग रहते हैं ख़ामोश अक्सर,ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं

 उमरियापान सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र आदित्य, जूही के साथ बंधे सात - फेरो में सुख दुःख में साथ देने का लिया वचन, मंगल भवन उमरियापान में दी गई पार्टी, परिंदों को मंज़िल मिलेगी कभी न कभी यह फैले हुए उनके पंख बोलते हैं,वही लोग रहते हैं ख़ामोश अक्सर,ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं ढीमरखेड़ा | उमरियापान क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत हैं लेकिन यहां के लोग अपनी पारंपरिक और सांस्कृतिक धरोहरों से गहरे जुड़े हुए हैं। इस विवाह ने न केवल दो परिवारों को एक किया, बल्कि गाँव की सामाजिक स्थिति और सामूहिक उत्सवों की परंपरा को भी उजागर किया। आदित्य और जूही का विवाह एक ऐसे मिलन का प्रतीक था जो भविष्य में गाँव के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया हैं । आदित्य, उमरियापान के सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र हैं। उनके पिता ने गाँव के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और आदित्य ने भी उनके आदर्शों का पालन करते हुए शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त की है। वह एक मेहनती, ईमानदार, और समर्पित व्यक्ति हैं। वहीं, जूही एक सशक्त और आत्मनिर्भर युवती हैं। उनकी शिक्षा और व्यक्तित्व ने उन्हें समाज मे...

पिड़रई निवासी वकील स्वाति तिवारी की एक प्रेरणादायक संघर्ष की कहानी

 पिड़रई निवासी वकील स्वाति तिवारी की एक प्रेरणादायक संघर्ष की कहानी ढीमरखेड़ा | पिड़रई की निवासी वकील स्वाति तिवारी का जीवन उन सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को साकार करने का जज़्बा रखते हैं। बचपन से लेकर वकालत की शिक्षा पूरी करने तक, स्वाति तिवारी का सफर कठिनाइयों और संघर्षों से भरा रहा है। उनकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास ने न केवल उन्हें सफलता दिलाई, बल्कि समाज के लिए एक मिसाल भी पेश की है। *संघर्षों से भरा बचपन* स्वाति तिवारी का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, जहां आर्थिक हालात ठीक नहीं थे। उनका बचपन बेहद कठिनाइयों में बीता। उनके पिता जिनकी आय इतनी नहीं थी कि परिवार की सभी जरूरतें पूरी कर सकें। बचपन में स्वाति को पढ़ाई के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। किताबो के लिए पैसे जुटाना उनके लिए हमेशा एक चुनौती रही। लेकिन स्वाति ने कभी हार नहीं मानी। उनके दृढ़ निश्चय और पढ़ाई के प्रति जुनून ने उन्हें अपनी कक्षा में हमेशा अव्वल रखा। उनके शिक्षकों ने भी उनकी प्रतिभा और मेहनत को पहचाना और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की। *शिक्षा और वकालत का सपना* स्वाति को बचप...

क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में बच्चियों को वितरित किए ठंड वाले कपड़े, बच्चियों को पढ़ाई के लिए किया प्रेरित

 क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में बच्चियों को वितरित किए ठंड वाले कपड़े,  बच्चियों को पढ़ाई के लिए किया प्रेरित ढीमरखेड़ा | धीरेंद्र बहादुर सिंह, जो वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक हैं, ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने बच्चियों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े वितरित किए और उन्हें शिक्षा के प्रति प्रेरित किया। उनके इस कदम ने न केवल बच्चियों को सर्दी से राहत दी, बल्कि उनके मनोबल को भी बढ़ाया। इसके साथ ही, विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने इन बच्चियों के सामने एक आदर्श प्रस्तुत करते हुए उनके पैर पड़कर आशीर्वाद लिया, जो उनके सरल और सच्चे दिल की भावना को दर्शाता है। विधायक ने इस दौरान बच्चियों से कहा कि "मैं विधायक नहीं, बल्कि आपका बड़ा भाई हूं", इस संदेश के साथ उन्होंने बच्चियों को विश्वास दिलाया कि वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। उनके इस वक्तव्य ने बच्चियों के दिलों में एक नया आत्मविश्वास भरा और उनके सामने एक नायक का उदाहरण प्रस्तुत किया। व...