विश्व शतरंज दिवस पर सभी देशों में एक समय खेली गई स्पर्धा में जिले से विजेता रहे दीपांश बिलैया , शतरंज के महत्व पर कविता पाठ और पौध रोपण के साथ हुआ पुरुस्कार वितरण
विश्व शतरंज दिवस पर सभी देशों में एक समय खेली गई स्पर्धा में जिले से विजेता रहे दीपांश बिलैया , शतरंज के महत्व पर कविता पाठ और पौध रोपण के साथ हुआ पुरुस्कार वितरण
कटनी l विश्व शतरंज दिवस और विश्व शतरंज संघ के सौवें स्थापना वर्ष पर पूरे विश्व में एक साथ शतरंज प्रतियोगिताओं का आयोजन करके गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया जिसमें कटनी जिले में सम्पादित जिला स्तरीय शतरंज स्पर्धा का ख़िताब मास्टर दीपांश बिलैया ने जीतकर अवार्ड और ट्राफी पर कब्जा जमाया l विश्व में सब मिलकर शतरंज खेलें की थीम पर कटनी जिला शतरंज संघ द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का दो दिवसीय आयोजन प्रतियोगिता स्थल मंगलम मनोर में किया गया था l प्रथम सत्र में पौध रोपण में जिला शतरंज संघ के प्रतिनिधियों व अतिथियों ने परिसर में भाग लिया और विभिन्न प्रजाति के वृक्ष तैयार करने वाले पौधे रोपित किए गए l पुरुस्कार वितरण के समापन सत्र में साहित्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें शहर के ख्यातिलब्ध कवि रमाकांत निगम के संचालन में ईश्वरदास पुरवार राजेन्द्र सिह ठाकुर पुष्पा प्रांजलि विकास गुप्ता दीपिका पांडेय,ज्योत्सना शर्मा,जय सिंघानी ने शतरंज विधा के महत्व को प्रतिपादित करती रचनाओं का पाठ किया l शतरंज विजेता खिलाडियों को अतिथियों के हस्ते पुरुष्कृत किया गया और कार्यक्रम का समापन शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम से हुआ l जिसमें नगर के ख्यातिलब्ध कलाकार केन्द्रीय विद्यालय के संगीत शिक्षक राघव दास जी एवं संघ अध्यक्ष डाँ खम्परिया ने अपनी प्रस्तुतियां दी। स्पर्धा सहित समस्त कार्यक्रम के संचालन में संस्था सदस्य सर्वश्री जे पी निषाद शशि निषाद शेखर वर्मा निकेत खन्डेलवाल शिखा पल्टा विकास साहू वंदना गेलानी हिमानी बजाज वीरेन्द्र ताम्रकार हर्षित श्रीवास्तव दीपिका पांडे ज्योत्सना शर्मा आयुष सेन का विशेष योगदान रहा। समारोह में कटनी के अंतर्राष्ट्रीय शतरंज खिलाड़ी अक्षत खंपरिया की उपलब्धियों प्रति सम्मान व्यक्त किया गया उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामनाएं प्रेषित की गईं। उक्त अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ज्योत्सना शर्मा की कविता एवम पेंटिंग में चयनित शिखा पलटा का अभिनंदन किया गया।आमंत्रित कवियों का सम्मान शाल श्रीफल तथा समृति प्रतिक चिन्ह से जिला शतरंज संघ के संरक्षक डा. एस.के.खंपरिया ने किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में डा.खंपरिया ने शतरंज के इतिहास और उसकी परंपरा की विरासत और खेल भावना के प्रति समर्पित शतरंज के खिलाड़ियों को प्रेरक संदेश प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया।कवि सम्मेलन का समापन शतरंज के सामूहिक गीत से किया गया। आभार प्रदर्शन अध्यक्ष जे.पी.निषाद ने किया।
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