सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कलेक्टर ने नलकूप खनन की अनुमति प्रदान करने की प्रक्रिया का किया सरलीकरण, नलकूप खनन की अनुमति देने सिंगल विंडो सुविधा की व्यवस्था,अब तक जिले के 5 आवेदकों को दी जा चुकी है नलकूप खनन की अनुमति,कलेक्टर श्री प्रसाद ने नलकूप खनन की अनुमति देने अपर कलेक्टर को किया अधिकृत

 ब्रेकिंग

कलेक्टर ने नलकूप खनन की अनुमति प्रदान करने की प्रक्रिया का किया सरलीकरण, नलकूप खनन की अनुमति देने  सिंगल विंडो सुविधा की व्यवस्था,अब तक जिले के 5 आवेदकों को दी जा चुकी है नलकूप खनन की अनुमति,कलेक्टर श्री प्रसाद ने नलकूप खनन की अनुमति देने अपर कलेक्टर को किया अधिकृत



कटनी ।  जिले में नलकूप खनन की अनुमति प्रदान करने की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है। इसके तहत कलेक्टर श्री अवि प्रसाद द्वारा  सिंगल विंडो सुविधा मुहैया कराई गई है। सिंगल विंडो सुविधा के माध्यम से  अब तक जिले के 5  आवेदकों को नलकूप खनन की अनुमति प्रदान भी की जा चुकी है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने अब नलकूप खनन की अनुमति प्रदान करने के लिए अपर कलेक्टर साधना परस्ते को अधिकृत किया है।नलकूप खननकर्ता और भूमि स्वामी को एमपी ई-सर्विस पोर्टल पर सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा। अनुमति प्राप्त करने के लिए जरूरी दस्तावेजों में नलकूप खनन हेतु आवेदन के साथ प्रस्तावित भूमि का खसरा ,रजिस्ट्री की प्रति के साथ-साथ नलकूप खनन के प्रयोजन का लेख करना अनिवार्य होगा। साथ ही नलकूप खनन हेतु भूमि स्वामी का पहचान पत्र, यथा आधार कार्ड आदि भी अवश्य अपलोड करें। नलकूप खनन करने हेतु प्रस्तावित फर्म का ऑन लाईन एम.पी. ई- सर्विस पोर्टल पर फर्म एवं मशीन के पंजीयन की प्रति,भू -स्वामी एवं नलकूप खनन करने वाली फर्म के बीच सहमति पत्र।नगरीय क्षेत्र में नलकूप खनन के लिए पेयजल व्यवस्था हेतु अधिकृत इंजीनियर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नलकूप खनन के प्रकरणों में संबंधित क्षेत्र के सहायक यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रतिवेदन के आधार पर नलकूप खनन की अनुमति दी जावेगी।आवेदन प्रस्तावित खनन दिनॉक से न्यूनतम 48 घण्टे पूर्व ऑन लाईन प्रस्तुत किया जाना अनिवार्य होगा।बोरवेल खनन उपरांत उसको सुरक्षित करने की व्यक्तिगत जिम्मेदारी भू-स्वामी एवं संबंधित फर्म की होगी ।

टिप्पणियाँ

popular post

उमरियापान सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र आदित्य, जूही के साथ बंधे सात - फेरो में सुख दुःख में साथ देने का लिया वचन, मंगल भवन उमरियापान में दी गई पार्टी, परिंदों को मंज़िल मिलेगी कभी न कभी यह फैले हुए उनके पंख बोलते हैं,वही लोग रहते हैं ख़ामोश अक्सर,ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं

 उमरियापान सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र आदित्य, जूही के साथ बंधे सात - फेरो में सुख दुःख में साथ देने का लिया वचन, मंगल भवन उमरियापान में दी गई पार्टी, परिंदों को मंज़िल मिलेगी कभी न कभी यह फैले हुए उनके पंख बोलते हैं,वही लोग रहते हैं ख़ामोश अक्सर,ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं ढीमरखेड़ा | उमरियापान क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत हैं लेकिन यहां के लोग अपनी पारंपरिक और सांस्कृतिक धरोहरों से गहरे जुड़े हुए हैं। इस विवाह ने न केवल दो परिवारों को एक किया, बल्कि गाँव की सामाजिक स्थिति और सामूहिक उत्सवों की परंपरा को भी उजागर किया। आदित्य और जूही का विवाह एक ऐसे मिलन का प्रतीक था जो भविष्य में गाँव के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया हैं । आदित्य, उमरियापान के सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र हैं। उनके पिता ने गाँव के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और आदित्य ने भी उनके आदर्शों का पालन करते हुए शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त की है। वह एक मेहनती, ईमानदार, और समर्पित व्यक्ति हैं। वहीं, जूही एक सशक्त और आत्मनिर्भर युवती हैं। उनकी शिक्षा और व्यक्तित्व ने उन्हें समाज मे...

पिड़रई निवासी वकील स्वाति तिवारी की एक प्रेरणादायक संघर्ष की कहानी

 पिड़रई निवासी वकील स्वाति तिवारी की एक प्रेरणादायक संघर्ष की कहानी ढीमरखेड़ा | पिड़रई की निवासी वकील स्वाति तिवारी का जीवन उन सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को साकार करने का जज़्बा रखते हैं। बचपन से लेकर वकालत की शिक्षा पूरी करने तक, स्वाति तिवारी का सफर कठिनाइयों और संघर्षों से भरा रहा है। उनकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास ने न केवल उन्हें सफलता दिलाई, बल्कि समाज के लिए एक मिसाल भी पेश की है। *संघर्षों से भरा बचपन* स्वाति तिवारी का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, जहां आर्थिक हालात ठीक नहीं थे। उनका बचपन बेहद कठिनाइयों में बीता। उनके पिता जिनकी आय इतनी नहीं थी कि परिवार की सभी जरूरतें पूरी कर सकें। बचपन में स्वाति को पढ़ाई के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। किताबो के लिए पैसे जुटाना उनके लिए हमेशा एक चुनौती रही। लेकिन स्वाति ने कभी हार नहीं मानी। उनके दृढ़ निश्चय और पढ़ाई के प्रति जुनून ने उन्हें अपनी कक्षा में हमेशा अव्वल रखा। उनके शिक्षकों ने भी उनकी प्रतिभा और मेहनत को पहचाना और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की। *शिक्षा और वकालत का सपना* स्वाति को बचप...

क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में बच्चियों को वितरित किए ठंड वाले कपड़े, बच्चियों को पढ़ाई के लिए किया प्रेरित

 क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में बच्चियों को वितरित किए ठंड वाले कपड़े,  बच्चियों को पढ़ाई के लिए किया प्रेरित ढीमरखेड़ा | धीरेंद्र बहादुर सिंह, जो वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक हैं, ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने बच्चियों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े वितरित किए और उन्हें शिक्षा के प्रति प्रेरित किया। उनके इस कदम ने न केवल बच्चियों को सर्दी से राहत दी, बल्कि उनके मनोबल को भी बढ़ाया। इसके साथ ही, विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने इन बच्चियों के सामने एक आदर्श प्रस्तुत करते हुए उनके पैर पड़कर आशीर्वाद लिया, जो उनके सरल और सच्चे दिल की भावना को दर्शाता है। विधायक ने इस दौरान बच्चियों से कहा कि "मैं विधायक नहीं, बल्कि आपका बड़ा भाई हूं", इस संदेश के साथ उन्होंने बच्चियों को विश्वास दिलाया कि वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। उनके इस वक्तव्य ने बच्चियों के दिलों में एक नया आत्मविश्वास भरा और उनके सामने एक नायक का उदाहरण प्रस्तुत किया। व...