सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

प्रश्नोत्तर शैली में बच्चों ने पाया अच्छे बुरे स्पर्श का ज्ञान

 प्रश्नोत्तर शैली में बच्चों ने पाया अच्छे बुरे स्पर्श का ज्ञान



कटनी l   अच्छा और बड़ा स्पर्श क्या होता है ,  बुरे स्पर्श से अपनी रक्षा करने के लिए क्या करना चाहिए , इन बेहद बारीकी वाले मनोविज्ञान को शिशु मंदिर से लेकर प्राथमिक शाला के बालक बालिकाओं को साधारण बोलचाल की शैली से परिचित कराया गया l चाइल्ड हेल्पलाइन की सदस्य श्रीमती पायल जेतवानी ने विद्यार्थी बच्चों से सहज प्रश्न उत्तर करते हुए यह जानकारी दी और सावधान रहते हुए बचाव का प्रशिक्षण भी दिया l उन्होंने बच्चों को  निडरता से तत्काल आत्म रक्षा के लिए बेड टच करने वाले पर आक्रमण करने की तकनीक भी बताई साथ ही उनसे नियमित व्यायाम करने के लिए प्रेरित किया l

 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित फर्स्ट स्टेप शाला की नन्हे भूत बच्चों से श्रीमती पायल ने बात-बात में उनकी पारिवारिक दिनचर्या  को पुछा और बताया कि स्नान के वक़्त सिर्फ माता पिता उनके संवेदनशील अंगों को स्पर्श करते हैं यह गुड टच है लेकिन कोई दूसरा ऐसा करेगा तो यह बेड टच होगा और तुरंत अपने घर वालों को बताना चाहिए l  घर के बाहर आपको यदि कोई आदमी स्पर्श करता है तो सावधान हो जाएं यह बुरा स्पर्श है और वह आप पर हमला कर सकता है l कभी हमले कि स्थिति बनती है तो उस व्यक्ति के किस अंग पर बच्चे को हमला करना चाहिए यह भी बताया l

 बच्चों को बताया गया कि बीमार होने पर अभिभावकों की उपस्थिति में डॉक्टर दर्द वाले अंगों को छू सकते हैं l   

 अपरिचित अनजान व्यक्ति यदि उन्हें स्पर्श करते हैं, तो बच्चों को तुरंत सावधान होकर अपने माता-पिता को जानकारी देनी चाहिए l क्योंकि बिना वजह शरीर के किसी भी भाग पर हाथ रखना बेड टच माना जाता है l यदि बच्चे बैड टच और गुड टच के अंतर को पहचानने लें तो वे सावधान हो जाते हैं यही सावधानी उन्हें हमेशा सुरक्षित रखती है l

टिप्पणियाँ

popular post

उमरियापान सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र आदित्य, जूही के साथ बंधे सात - फेरो में सुख दुःख में साथ देने का लिया वचन, मंगल भवन उमरियापान में दी गई पार्टी, परिंदों को मंज़िल मिलेगी कभी न कभी यह फैले हुए उनके पंख बोलते हैं,वही लोग रहते हैं ख़ामोश अक्सर,ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं

 उमरियापान सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र आदित्य, जूही के साथ बंधे सात - फेरो में सुख दुःख में साथ देने का लिया वचन, मंगल भवन उमरियापान में दी गई पार्टी, परिंदों को मंज़िल मिलेगी कभी न कभी यह फैले हुए उनके पंख बोलते हैं,वही लोग रहते हैं ख़ामोश अक्सर,ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं ढीमरखेड़ा | उमरियापान क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत हैं लेकिन यहां के लोग अपनी पारंपरिक और सांस्कृतिक धरोहरों से गहरे जुड़े हुए हैं। इस विवाह ने न केवल दो परिवारों को एक किया, बल्कि गाँव की सामाजिक स्थिति और सामूहिक उत्सवों की परंपरा को भी उजागर किया। आदित्य और जूही का विवाह एक ऐसे मिलन का प्रतीक था जो भविष्य में गाँव के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया हैं । आदित्य, उमरियापान के सरपंच अटल ब्यौहार के पुत्र हैं। उनके पिता ने गाँव के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और आदित्य ने भी उनके आदर्शों का पालन करते हुए शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त की है। वह एक मेहनती, ईमानदार, और समर्पित व्यक्ति हैं। वहीं, जूही एक सशक्त और आत्मनिर्भर युवती हैं। उनकी शिक्षा और व्यक्तित्व ने उन्हें समाज मे...

पिड़रई निवासी वकील स्वाति तिवारी की एक प्रेरणादायक संघर्ष की कहानी

 पिड़रई निवासी वकील स्वाति तिवारी की एक प्रेरणादायक संघर्ष की कहानी ढीमरखेड़ा | पिड़रई की निवासी वकील स्वाति तिवारी का जीवन उन सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को साकार करने का जज़्बा रखते हैं। बचपन से लेकर वकालत की शिक्षा पूरी करने तक, स्वाति तिवारी का सफर कठिनाइयों और संघर्षों से भरा रहा है। उनकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास ने न केवल उन्हें सफलता दिलाई, बल्कि समाज के लिए एक मिसाल भी पेश की है। *संघर्षों से भरा बचपन* स्वाति तिवारी का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, जहां आर्थिक हालात ठीक नहीं थे। उनका बचपन बेहद कठिनाइयों में बीता। उनके पिता जिनकी आय इतनी नहीं थी कि परिवार की सभी जरूरतें पूरी कर सकें। बचपन में स्वाति को पढ़ाई के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। किताबो के लिए पैसे जुटाना उनके लिए हमेशा एक चुनौती रही। लेकिन स्वाति ने कभी हार नहीं मानी। उनके दृढ़ निश्चय और पढ़ाई के प्रति जुनून ने उन्हें अपनी कक्षा में हमेशा अव्वल रखा। उनके शिक्षकों ने भी उनकी प्रतिभा और मेहनत को पहचाना और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की। *शिक्षा और वकालत का सपना* स्वाति को बचप...

क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में बच्चियों को वितरित किए ठंड वाले कपड़े, बच्चियों को पढ़ाई के लिए किया प्रेरित

 क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में बच्चियों को वितरित किए ठंड वाले कपड़े,  बच्चियों को पढ़ाई के लिए किया प्रेरित ढीमरखेड़ा | धीरेंद्र बहादुर सिंह, जो वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक हैं, ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने बच्चियों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े वितरित किए और उन्हें शिक्षा के प्रति प्रेरित किया। उनके इस कदम ने न केवल बच्चियों को सर्दी से राहत दी, बल्कि उनके मनोबल को भी बढ़ाया। इसके साथ ही, विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने इन बच्चियों के सामने एक आदर्श प्रस्तुत करते हुए उनके पैर पड़कर आशीर्वाद लिया, जो उनके सरल और सच्चे दिल की भावना को दर्शाता है। विधायक ने इस दौरान बच्चियों से कहा कि "मैं विधायक नहीं, बल्कि आपका बड़ा भाई हूं", इस संदेश के साथ उन्होंने बच्चियों को विश्वास दिलाया कि वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। उनके इस वक्तव्य ने बच्चियों के दिलों में एक नया आत्मविश्वास भरा और उनके सामने एक नायक का उदाहरण प्रस्तुत किया। व...