आरोपी भाईयों के खिलाफ चालान रोककर कौन सा भाईचारा निभा रही पुलिस माधवनगर पुलिस कर रही साक्ष्यों को प्रभावित और फरियादी के संवैधानिक अधिकारों का हनन
आरोपी भाईयों के खिलाफ चालान रोककर कौन सा भाईचारा निभा रही पुलिस
माधवनगर पुलिस कर रही साक्ष्यों को प्रभावित और फरियादी के संवैधानिक अधिकारों का हनन
कटनी । कातिलाना हमला करवाने की साजिश करने वाले दो आरोपी भाईयों के साथ माधवनगर पुलिस थाना इतना गहरा और आत्मीय भाईचारा एक साल से निभा रहा है कि उन दोनों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट ही नहीं दाखिल कर रहा है। जबकि जिला सत्र न्यायालय ने माधवनगर पुलिस को पूरक-चार्जशीट दाखिल करने के लिए अनेक पेशियां दी हैं। दरअसल माधवनगर पुलिस दो आरोपियों का पक्ष मजबूत करने की नीयत से न्यायालय एवं संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन कर रही है। बात इस हद तक बिगड़ चुकी है कि रिपोर्टकर्ता फरियादी संजय पोहानी ने मुख्यमंत्री पुलिस महानिदेशक से लेकर एसपी कटनी तक को दो बार पत्र लिख दिए हैं कि माधवनगर थानेकी अन्यायप्रियता और आरोपियों के धमकी भरे व्यवहार से निकट भविष्य में उसकी संदिग्ध मौत हो सकती है, जिसकी जिम्मेदारी माधवनगर के नामजद टी आई और प्रधान आरक्षक रहेंगे। शर्म की बात यह कि एसपी श्री रंजन ने भी दो माह से इस गंभीर दोष पर संज्ञान नहीं लिया है और पीडि़त जनता को मरणान्तक पीड़ा के मुहाने पर ले जाकर पटक दिया है।
फरवरी 23 में माधवनगर निवासी संजय पोहानी के ऊपर चाकुओं से एक गिरोह ने हमला कर दिया था। कातिलाना प्रयास के जुर्म में माधवनगर के तात्कालीन टी आई विजय विश्वकर्मा ने छह आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज किया था। जिसमें हमलावर चार आरोपियों ने बताया कि पोहानी के ऊपर जानलेवा हमला करने की साजिश अजय व आनंद निषाद वल्द स्व. छेदीलाल निषाद (भाई) ने रचकर सुपाड़ी दी थी। पुलिस ने इस तरह 6 आरोपी बनाए । पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट (आरोप पत्र) बनाकर न्यायालय में पेश कर दिया था। शेष दो साजिशकर्ता आरोपी पांच माह बाद अग्रिम जमानत लेकर सेशन ट्रायल में उपस्थित हुए। इन दोनों आरोपियों के खिलाफ माधवनगर पुलिस एक साल से आरोप पत्र नहीं बना रही है, और सेशन ट्रायल फरियादी साक्ष्य के लिए कई पेशियां मुकर्रर कर रहा है।
*आरोपी भाईयों से मिली धमकी पर रिपोर्ट दर्ज नहीं*
पुलिस महानिर्देशक को शिकायत में बताया गया है कि-रिपोर्टकर्ता संजय पोहानी को आरोपी साजिशकर्ता भाइयों ने धमकी दी है, साक्ष्य को प्रभावित किया जा रहा है l इसकी सूचना माधवनगर के पूर्व टीआई विजय विश्वकर्मा और एसआई नवीन नामदेव को देने पर उन्होने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की और अजय आनंद के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी बनाकर कोर्ट में नहीं दे रहे हैं जिसके पीछे इनका दुराशय है । पूर्व टी आई विश्वकर्मा के ट्रांसफर के बाद वर्तमान थानेदार मनोज गुप्ता और एसआई बहादुर सिंह भी अपने पूर्ववर्ती एसओ के रास्ते का अनुसरण करते हुए पूरक-चालान जानबूझकर पेश नहीं कर रहे हैं, ताकि आरोपियान को ट्रायल में अधिकतम लाभ पहुंचाया जा सके।
*सी एम हेल्प लाईन शिकायत भी लीप-पोत दी*
संजय पोहानी ने पूरक चालान पेश नहीं करने की शिकायत सीएम हेल्प लाईन में 17 जनवरी 24 को दी। जिस पर माधवनगर पुलिस ने गुमराह करके उनकी शिकायत को कमजोर किया है।
*विवेचना में विलंब को समाप्त करवाएं एस पी रंजन*
संजय पोहानी ने एस पी को सभी शिकायतें जनवरी 24 तक पहुंचाईं थी, जिन पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई। पूरक चालान जो कानूनन अविलंब पेश कराना था, उस दिशा में भी एसपी रंजन कुछ नहीं कर पाए। यह सब अंधेरगर्दी से संजय पोहानी दहशत में हैं कि उसकी हत्या हो सकती है जिसके जिम्मेदार व्यक्तिगत रूप से माधवनगर थाने के पूर्व व वर्तमान टीआई-एसआई होंगे।
*अपमानजनक व्यवहार है थाने का*
संजय पोहानी बताते हैं कि-उनके आवेदनों पर माधवनगर पुलिस थाने में बुलाकर उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया जाता है। सीएम हेल्पलाईन शिकायत पर ताने दिए जाते हैं कि-देखते जा आगे क्या क्या होता है और तू कहां-कहां तक शिकायत करता है। संजय पोहानी ने साफ लिखा है कि यदि उसके साथ कुछ भी अस्वाभाविक घटना होती है तो इसकी जिम्मेदार माधवनगर के टीआई, एसआई होंगे।
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