सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

नियम विरुद्ध तरीके से जारी हुआ बीपीएल कार्ड, हाईकोर्ट से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति निरस्त

 नियम विरुद्ध तरीके से जारी हुआ बीपीएल कार्ड, हाईकोर्ट से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति निरस्त ढीमरखेड़ा । हाईकोर्ट ने नियम विरुद्ध तरीके से विकलांग व्यक्ति को जारी बीपीएल कार्ड को निरस्त करने के आदेश जारी किये हैं। हाईकोर्ट जस्टिस जी एस अहलूवालिया की एकलपीठ ने बीपीएल कार्ड के आधार पर बेटी को मिली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के रूप में मिली नियुक्ति भी निरस्त कर दी है। एकलपीठ ने याचिकाकर्ता महिला को नियुक्ति प्रदान करने के आदेश जारी किये हैं। टीकमगढ़ निवासी याचिकाकर्ता रोशनी राजपूत की तरफ से दायर की गयी याचिका में कहा गया था कि उसने बन्न आंगनवाडी केन्द्र में नियुक्ति के लिए आवेदन किया था। उसे 45.9 अंक प्राप्त हुई थे और वरियता सूची में उसका तीसरा स्थान था। प्रथम स्थान पर अनावेदक माया राजपूत थी, जिसे 48 अंक प्राप्त हुए थे। प्राप्त अंक में दस अंक बीपीएल कार्ड के मिले थे। फाइनल लिस्ट जारी करते समय बीपीएल कार्ड निरस्त होने के कारण अनावेदक के दस अंक कम कर दिये गये थे। दूसरे स्थान की प्रतिभागी का चयन किसी अन्य आंगनवाडी केन्द्र में हो गया था। जिसके कारण उसे नियुक्ति प्रदान की गयी थी। जिसे चुनौती द

लोकतंत्र का संकट पार्टियों की नूरा कुश्ती से बहुत आगे बढ़ चुका है - चुनाव कोई भी पार्टी जीते पराजय तो तय है मतदाता (आम आदमी) की

 *खरी - अखरी*  *लोकतंत्र का संकट पार्टियों की नूरा कुश्ती से बहुत आगे बढ़ चुका है - चुनाव कोई भी पार्टी जीते पराजय तो तय है मतदाता (आम आदमी) की* *जिस आम चुनाव को अधिकतम 4 चरणों में पूरा किया जा सकता था केंचुआ ने उसे 7 चरणों की उबाऊ समय सीमा में कराने की घोषणा की है वह भी गर्मी के मौसम में। इसी मई - जून ने बाजपेई के फील-गुड की हवा निकाल दी थी। भीतर से लेकर बाहर तक पीटे जा रहे ढोल के बावजूद मतदान का प्रतिशत गिर रहा है। 2 चरणों की वोटिंग में आई गिरावट से चुनाव आयोग से लेकर पार्टियों के माथे पर उभरी सिलवटें साफ - साफ दिखने लगी हैं। चुनाव में हो रहे कम मतदान के पीछे चुनाव आयोग की रीढ़ विहीनता ज्यादा जिम्मेदार दिखाई दे रही है। भाजपा का यह नारा "अबकी बार 400 पार" भी मतदान के कम होने के लिए जिम्मेदार है। भाजपा के इस नारे ने आम मतदाता के बीच संदेश दिया है कि हमारे वोट देने के पहले ही जब चुनाव का फैसला हो ही चुका है तो फिर हमारे वोट देने का कोई औचित्य ही नहीं है। केवल नतीजे घोषित होने की औपचारिकता ही तो बाकी है वह भी 4 जून को हो ही जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के जजेज खन्ना और दत्ता की पीठ ने

_इतिहास लिखेगा_ लोकतंत्र का हत्यारा मीडिया !

 *खरी - अखरी*  _इतिहास लिखेगा_ लोकतंत्र का हत्यारा मीडिया ! *धर्म की राजनीतिक जमीन पर अधर्म की फसल उगाई जाती है। राम के नाम पर वोट मांगने वाला कुनबा अपने और अपने गठबंधन के उम्मीदवारों के ऊपर लगने वाले बलात्कार - यौन उत्पीड़न जैसे घिनौने आरोप पर चुप्पी साध लेता है। कर्नाटक से आये ताजातरीन मामले ने तो "भूतो न भविष्यति" की तस्वीर पेश कर दी है। अभी तक तो हर राजनीतिक दल और उनके गठबंधन में गिनती करने लायक बलात्कार आरोपियों का जमावड़ा है मगर यह पहली बार सामने आया है कि बीजेपी के गठबंधन के सहयोगी दल जनता दल (सेकुलर) में एक ऐसा भी शक्स है जिसके कथित बलात्कार और यौन उत्पीड़न की गिनती करना ही संभव नहीं है। हर आयु वर्ग की सैकड़ों महिलाओं के साथ कथित बलात्कार और यौन संबंध बनाकर ब्लैकमेल करने के लिए खुद ही वीडियो बनाने वाले प्रज्जवल रेवन्ना का नाम अपने आप में एक गैंग और सरगना के रूप में सामने आया है। जैसी खबरें आ रही हैं उससे तो यही लगता है कि प्रज्जवल ने अपनी ताकत और अपने रसूख का फायदा उठाते हुए अपने जाल में साधारण परिवार, राजनीतिक परिवार, पार्टी कार्यकर्ता परिवार की महिलाओं को फांसने में

टी आई मधु पटैल की विवेचना से दुष्कर्मी को मिला लाभ, शिकायत हुई एस पी तक जांच के बहाने एस पी ने भी मामला टाला जबकि पीडि़त परिवार को दुत्कारा था थाना प्रभारी ने

 टी आई मधु पटैल की विवेचना से दुष्कर्मी को मिला लाभ, शिकायत हुई एस पी तक जांच के बहाने एस पी ने भी मामला टाला जबकि पीडि़त परिवार को दुत्कारा था थाना प्रभारी ने   कटनी। एनकेजे निवासी एक परिवार की आठ साल की बेटी के साथ 50 वर्षीय पड़ोसी ने अपने घर पर रोककर दुष्कर्म का प्रयास किया। इसकी रिपोर्ट लिखाने महिला पुलिस थाने में पहुंचे मां-पिता को थाना प्रभारी मधु पटेल ने पशुवत व्यवहार किया, उन्हे दुत्कार कर थाने से बाहर कर दिया। पार्षद ने एस पी को फोन किया तो अधिकारी के निर्देश पर टीआई मधु पटेल ने आधी रात रिपोर्ट लिखकर सुबह तक फरियादी परिवार को बिठाए रखा। दूसरे दिन कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के यहां कथनबद्ध कराने में पूरी डायरी लेकर नही गई। विवेचना की दूषित शुरूआत की तो नागरिकों ने टीआई के दुव्र्यवहार का विरोध प्रदर्शन करते हुए एस पी को शिकायत दी। एस पी ने इस संवेदनशील शिकायत पर तुरंत कुछ  न करके जांच केे नाम पर मामला लटका दिया और संकेत मिल गया कि टी आई मधु पटेल पर कोई आंच नहीं आने वाली है। रविवार की शाम सात बजे की घटना थी। आठ साल की बेटी को लेकर परिजन महिला थाने पहुंचे, वहां तीन घंटे तक कोई नही मिला

आम जनता और जनप्रतिनिधियों के द्वारा नदियों के सूखने के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

 आम जनता और जनप्रतिनिधियों के द्वारा नदियों के सूखने के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा ज्ञापन  ढीमरखेड़ा | तहसील क्षेत्र ढीमरखेड़ा  अंतर्गत बहने वाली नदियों से ग्रीष्म काल में अनैतिक जल दोहन सिचाई प्रयोजन में उपयोग किये जाने से उत्पन्न स्थितियों की वजह से नदियों के सूख जाने व प्रशासन द्वारा ठोस कार्यवाही न किये जाने के कारण क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों और आम जनता के द्वारा आंदोलनात्मक कार्यवाही किये जाने के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया गया। स्मरण रहे कि तहसील ढीमरखेड़ा में सदैव सदा बहने वाली नदियां जैसे बेलकुंड, मौरी व अन्य नदियां लगातार अवैध रेत उत्खनन व अवैध सिचाई किये जाने से प्रभावित होकर ग्रीष्म ऋतु में लगभग सूख गई है। जिस वजह से ग्रामो में भू जल का स्तर भी प्रभावित हुआ है साथ - साथ मवेशियों व वनचर प्राणियों को जल की सुगम सुलभता प्रभावित हुई है इसके साथ ही नल - जल योजना व हैंडपंप भी सूखने लगे है , लिहाज़ा समय से राजस्व में मैदानी अमले के सक्रिय न रहने से ठोस कार्यवाही न करने से नदी के अगल बगल मनचाही सिचाई में नदी के पानी का उपयोग करने से भी नदियों म

मानसिक तौर पर बिके - हारे हुए सैनिकों के बूते जंग नहीं जीती जाती

 *खरी - अखरी*  *मानसिक तौर पर बिके - हारे हुए सैनिकों के बूते जंग नहीं जीती जाती* *बाॅयलर मुर्गे को जिसे कांग्रेस बाज की माफिक पेश कर रही है उससे भाजपा इतनी भयभीत है कि वह लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव लड़ने से पलायन करने लगी है। क्योंकि लोकतांत्रिक तरीके से वही चुनाव लड़ सकता है जिसमें हारने का माद्दा होता है जो फिलहाल तो भाजपा के पास दिखाई नहीं देता है । यही कारण है कि चंडीगढ़ में खेले गए खेल को तरीका बदल - बदल कर 2024 के लोकसभा चुनाव में खेला जा रहा है।* *पूरे देश ने क्या सारी दुनिया ने देखा कि किस तरह से चंडीगढ़ में नगर निगम के चुनाव में प्रिसाइडिंग अधिकारी अनिल मसीह ने कैमरे के सामने 8 वोटों को खुद ही टैंपर कर भाजपा प्रत्याशी मनोज सोनकर को मेयर बना दिया था वह तो भला हो सुप्रीम कोर्ट का जिसने अनिल मसीह द्वारा की गई बेईमानी को न केवल निर्वस्त्र कर दिया बल्कि हरा दिए गए मेयर उम्मीदवार कुलदीप की ताजपोशी भी कर दी। इससे भाजपा ने की गई चूक से सबक सीखा और अगली चाल मध्यप्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट में निर्वाचन अधिकारी सह कलेक्टर के माध्यम से इंडिया एलाइंस कैंडीडेट मीरा यादव का नामांकन पत्र रद

श्रेयश बागरी ने बढ़ाया माता - पिता का नाम, शिक्षको को किया गौरवान्वित

 श्रेयश बागरी ने बढ़ाया माता - पिता का नाम, शिक्षको को किया गौरवान्वित  ढीमरखेड़ा । शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कछारगांव बड़ा से कक्षा 10 वीं के छात्र श्रेयश बागरी पिता सुभाष बागरी ने 500 में से 474 अंक प्राप्त कर 94 प्रतिशत के साथ विद्यालय एवं अपने माता - पिता का नाम रोशन किया। छात्र श्रेयश के पिता सुभाष बागरी एवं मां रमा बागरी खुद शिक्षक हैं। आज के दौर में यह भी एक कटु सत्य है कि जिस तरह से शासकीय विद्यालयों की शिक्षा प्रणाली जर्जर हुई है उसे देख बहुत कम माता पिता ही हैं जो अपने बच्चों को निजी विद्यालयों कि जगह शासकीय विद्यालय में पढ़ा रहे हैं, जिसे देखते हुए यह साफ समझ में आ रहा है कि अगर सक्षम अधिकारी शिक्षक चाहें तो आज भी शासकीय विद्यालयों के सिस्टम में पूर्ण सुधार संभव है। श्रेयश बागरी का कहना है कि में सुबह उठकर ज्यादा पढ़ाई करता था क्यूंकि सुबह अच्छी पढ़ाई होने के साथ - साथ याद करने की क्षमता भी उन्नतिशील थीं। पढ़ाई में आलस्य को नहीं होना चाहिए। जो विद्यार्थी आलस्य का त्याग करेगा वहीं आगे बढ़ेगा। सबसे पहले परीक्षा को लेकर रणनीति होनी चाहिए हमको पुराने पेपरों को उठाकर देखना